उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने किया डक्ट कूलिंग सिस्टम का उद्घाटन, लोकार्पण से पहले लगी थी आग
रीवा स्थित संजय गांधी अस्पताल में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब डक्ट कूलिंग सिस्टम के शुभारंभ से ठीक पहले इलेक्ट्रिक पैनल में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। यह हादसा मेडिसिन विभाग के कार्यालय के बाहर हुआ, जहां कार्यक्रम की अंतिम तैयारियां चल रही थीं।

रीवा। संजय गांधी अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से डक्ट कूलिंग सिस्टम और 17 नई व्हीलचेयर का लोकार्पण उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर और चिकित्साकर्मी किसी भी अस्पताल की आत्मा होते हैं, और उनके अच्छे व्यवहार से मरीज का आधा इलाज हो जाता है।
आईनॉक्स कंपनी द्वारा 20 लाख रुपये की लागत से लगाए गए इस कूलिंग सिस्टम से अस्पताल के दो वार्डों में शीतल हवा की सुविधा उपलब्ध होगी। उप मुख्यमंत्री ने इस योगदान की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन आपूर्ति से लेकर अब तक कंपनी का जनहित में सहयोग अनुकरणीय रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा को मेडिकल हब बनाने की दिशा में तेज़ी से काम हो रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि आने वाले कुछ महीनों में रीवा में दो सौ बेड वाले आधुनिक कैंसर अस्पताल की शुरुआत होगी, जिसमें 40 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक लीनेक मशीन भी लगाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि संजय गांधी अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं के विकास के लिए 321 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है, जिसके अंतर्गत विभिन्न विभागों में उन्नत उपकरण और व्यवस्थाएं स्थापित की जा रही हैं। सर्जरी विभाग में सिंगरौली स्थित NCL कंपनी के सहयोग से 6 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक मशीनें लगाई जा रही हैं।
रीवा से अब नागपुर जैसे बड़े शहरों की ओर मरीजों का रुख कम हो रहा है। यहीं बेहतर इलाज संभव हो रहा है। यह मेडिकल हब बनने की दिशा में बड़ा संकेत है। इस मौके पर आईनॉक्स कंपनी के प्रतिनिधि अतुल कुमार ने कहा कि कंपनी प्रतिदिन 4500 टन ऑक्सीजन का निर्माण कर रही है और कोरोना काल में 40 टैंकर प्रतिदिन प्रदेश को भेजे जा रहे थे।
जनकल्याण के कार्यों में कंपनी सदैव सहयोग करती रहेगी। समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, नगर निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, मेडिसिन विभाग प्रमुख डॉ. पी.के. बघेल, अस्पताल अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा, चिकित्सा अधिकारी डॉ. यत्नेश त्रिपाठी, पूर्व जनपद अध्यक्ष लालबहादुर सिंह, विवेक दुबे समेत अन्य गणमान्य नागरिक एवं अस्पताल स्टाफ उपस्थित रहे।
आज संजय गांधी अस्पताल, रीवा में लगभग 20 लाख रुपये की लागत से दो वार्डों में स्थापित डक्ट कूलिंग सिस्टम का लोकार्पण किया।
— Rajendra Shukla (@rshuklabjp) September 12, 2025
रीवा तेजी से मेडिकल हब के रूप में विकसित हो रहा है यहाँ शीघ्र ही 200 बेड का कैंसर अस्पताल प्रारंभ होने जा रहा है।
संजय गांधी अस्पताल के आधुनिकीकरण हेतु 321… pic.twitter.com/GWwiQHWXDB
निर्माण कार्यों को तय समय सीमा में पूरा करें
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने नवीन सर्किट हाउस सभागार में आयोजित बैठक में विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बसामन मामा गौ वन्य विहार, पेयजल की आपूर्ति तथा जल संरक्षण के कार्य तत्परता से पूरा कराएं। हिनौती गौधाम में भी स्वीकृत निर्माण कार्य पूरा कराकर निराश्रित गौवंश को रखने की व्यवस्था करें।
इसकी बाउन्ड्रीवॉल और सड़क निर्माण का कार्य तत्परता से पूरा कराएं। उप मुख्यमंत्री ने चिरहुलानाथ मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों तथा प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा बायपास का निर्माण दो माह में पूरा कराएं।
इसी तरह बेला-सिलपरा सड़क का निर्माण भी तय समय सीमा में पूरा करें। इन सड़कों का निर्माण पूरा होने से आवागमन सुगम होगा। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, नगर निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, पूर्व महापौर वीरेन्द्र गुप्ता, एसडीएम हुजूर वैशाली जैन तथा निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारी तथा निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
लोकार्पण से पहले भड़की आग, कर्मचारियों ने पाया काबू
उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल होने जैसे ही पहुंचे,उसी समय हुआ हादसा.
संजय गांधी अस्पताल जिस डक्ट कूलिंग के लोकार्पण के लिए उपमुख्यमंत्री को पहुंचना था उसके पहले ही अचानक शॉर्ट सर्किट के कारण आग भड़क उठी। यह हादसा मेडिसिन विभाग के कार्यालय के ठीक बाहर उस समय हुआ, जब वहां डक्ट कूलिंग सिस्टम के शुभारंभ की तैयारियां अंतिम चरण में थीं।
इसी कार्यक्रम में शामिल होने उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल भी अस्पताल परिसर में प्रवेश कर रहे थे, लेकिन मुख्य कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही यह दुर्घटना हो गई। गनीमत रही कि आग समय रहते काबू में आ गई और किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, अन्यथा अस्पताल के तीसरी मंजिल पर मौजूद मरीजों और उनके परिजनों के लिए यह बड़ा खतरा बन सकती थी।
हादसे के वक्त मेडिसिन वार्ड में करीब 150 मरीज और उनके परिजन मौजूद थे। आग लगते ही धुआं पूरे गलियारे में फैल गया, जिससे हड़कंप मच गया। अस्पताल स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर उपलब्ध फायर सेफ्टी उपकरणों का उपयोग कर आग को कुछ ही मिनटों में काबू में कर लिया।
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हालांकि, घटना के बाद करीब आधे घंटे तक गलियारों में धुएं का गुबार छाया रहा, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने स्थिति को संभालते हुए मरीजों और उनके परिजनों को शांत किया और वार्ड में वापस भेजा।
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बता दे कार्यक्रम की तैयारियों के तहत बिजली मरम्मत का कार्य चल रहा था। इसी दौरान इलेक्ट्रिक पैनल में अचानक चिंगारी निकली और आग भड़क गई। विभाग को डक्ट कूलिंग शुभारंभ के लिए गुब्बारों और फूलों से सजाया गया था, जिससे आग तेजी से फैल सकती थी।
लेकिन कर्मचारियों की सूझबूझ से स्थिति नियंत्रित हो गई। वही घटना के कुछ देर बाद स्थिति सामान्य होते ही कार्यक्रम संपन्न हुआ। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मेडिसिन विभाग में डक्ट कूलिंग सिस्टम का विधिवत लोकार्पण किया।