रीवा नगर निगम की बैठक में हंगामा! आवास घोटाले से लेकर टूटी सड़कों तक गूंजे सवाल
रीवा नगर निगम की साधारण परिषद बैठक इस बार कई विवादों से घिरी रही। प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी, सुलभ शौचालयों की बदहाली, और निर्माण कार्यों की घटिया गुणवत्ता जैसे मुद्दों पर विपक्ष ही नहीं, सत्तापक्ष के पार्षदों ने भी अधिकारियों को घेरा। कई पार्षदों ने खुलकर आरोप लगाए कि अपात्र लोगों को आवास दे दिए गए, जबकि असली ज़रूरतमंद वंचित रह गए।

रीवा। नगर निगम रीवा की साधारण परिषद बैठक इस बार तीखे आरोपों, ज़िम्मेदारियों से बचते अधिकारियों और जनता के हितों से जुड़े सवालों के बीच विवादों का केंद्र बन गई। परिषद अध्यक्ष वेंकटेश पांडेय की अध्यक्षता में हुई.
प्रधानमंत्री आवास योजना के आवंटन में कथित गड़बड़ियों से लेकर सार्वजनिक शौचालयों की बदहाली और निर्माण कार्यों की खराब गुणवत्ता तक, हर मुद्दे पर विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के पार्षदों ने भी प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया। बैठक की सबसे बड़ी गूंज प्रधानमंत्री आवास योजना में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सुनाई दी।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि बीएलसी और एएचपी घटकों के तहत बनाए गए आवासों का वितरण पूरी तरह पक्षपातपूर्ण रहा। आरोप है कि आर्थिक रूप से संपन्न और अपात्र व्यक्तियों को नियमों की अनदेखी करते हुए आवास बांट दिए गए, जबकि वास्तविक ज़रूरतमंद लोग वंचित रह गए।
सत्ता पक्ष के ही पार्षदों ने अधिकारियों पर सीधे-सीधे मिलीभगत के आरोप लगाते हुए कहा कि यह गरीबों के हक पर खुली चोट है। नगर निगम द्वारा बनाए गए सुलभ शौचालयों की हालत पर भी बैठक में जमकर बहस हुई। पार्षदों ने कहा कि कई स्थानों पर बने कॉम्पलेक्स गंदगी से बजबजा रहे हैं और रात के समय ये स्थान असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुके हैं।
इन मुद्दों के बीच, तीन स्थानों पर सुलभ शौचालयों का उपयोग आमजन के लिए नि:शुल्क करने का प्रस्ताव पास कर दिया गया।
परिषद में नगर निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे, उपायुक्त, अधिकारीगण और पार्षद दीनानाथ वर्मा, सूरज केवट, अंबुज रजक, प्रभारी सदस्य धनेन्द्र सिंह सांसद प्रतिनिधि उमाशंकर गुप्ता, विधायक प्रतिनिधि विवेक दुबे, शिवराज रावत, विमला सिंह, अमिता सिंह, ज्योति सिंह, नम्रता सिंह बघेल, रवि तिवारी, नीतू पटेल सालिकराम नापित, आदि उपस्थित रहें।
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5 स्टार रैंकिंग पर महापौर का तंज स्थायी सुधार ज़रूरी
महापौर ने नगर निगम को हाल ही में मिली 5 स्टार रैंकिंग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह केवल एक महीने की मेहनत का नतीजा है, लेकिन शहर की स्वच्छता और व्यवस्था में स्थायी सुधार के लिए जनता की निरंतर भागीदारी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि सिर्फ आंकड़ों से नहीं, ज़मीनी हकीकत से तय होनी चाहिए नगर निगम की साख,रैंकिंग पाने के लिए 1 महीने की मेहनत से बेहतर वास्तविक स्वच्छता पर काम करना है
निर्माण कार्यों पर भारी असंतोष, भाजपा पार्षदों ने जताई नाराज़गी
नगर निगम की निर्माण शाखा भी परिषद की बैठक में आलोचना से नहीं बच सकी। भाजपा के पार्षद समीर शुक्ला और राजीव शर्मा ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर तीखे सवाल खड़े किए। वे अपने साथ वार्डों की जर्जर सड़कों और अधूरे कार्यों की तस्वीरें भी लेकर आए थे।
इन पार्षदों ने विरोध दर्ज कराने के लिए अनूठा तरीका अपनाया उनकी तख्तीयों पर लिखा था कि निर्माण कार्य के बारे में बोलो मत, देखो मत, और जनता की सुनो मत।
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पार्कों और बाजारों के किराये में संशोधन, कई प्रस्तावों को स्वीकृति
नगर पालिक निगम क्षेत्र में 3 स्थानों पर सुलभ इन्टरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन द्वारा संचालित सुलभ शौचालय कॉम्पलेक्स का उपयोग, उपयोगकर्ताओं के लिए निःशुल्क करने, पद्मथर पार्क, विवेकानंद पार्क में सार्वजनिक उपयोग, हाट बाजार, प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, धार्मिक प्रवचनों, राजनैतिक आयोजनों का किराया निर्धारण, सेप्टिक टैंक सफाई शुल्क, भवन तथा भूमियों का वर्गीकरण, कर योग्य संपत्ति मूल्य निर्धारण एवं संपत्तिकर की दरों के निर्धारण के प्रस्तावों की स्वीकृति प्रदान की गई।
नगर पालिक निगम रीवा का 15वां साधारण सम्मिलन निगम अध्यक्ष श्री व्यंकटेश पाण्डेय की अध्यक्षता एवं महापौर श्री अजय मिश्रा (बाबा), आयुक्त डॉ0 सौरभ सोनवणे एवं पार्षदगण उपस्थित में प्रारंभ हुआ। परिषद में विभिन्न एजेंडों पर चर्चा उपरांत निर्णय लिया गया।#JansamparkMP @MoHUA_India… pic.twitter.com/nEn3mqpsZi
— Nagar Nigam Rewa (@rmc_rewa) August 28, 2025
पुनर्धनत्वीकरण योजना के तहत वार्ड -7 सिविल लाईन के अटल पार्क का हस्तांतरण एवं संचालन-संधारण कार्य का अनुमोदन करते हुए विकास शुल्क की राशि के संबंध में शासन से मार्गदर्शन लेने का निर्णय लिया गया है। ननि की किराए की दुकानें के बाहर सामान रखने वालों पर कार्रवाई का प्रस्ताव वापस ले लिया गया है।
सड़कों को महापुरुषों के नाम, स्थानीय नायकों को भी सम्मान
शहर की कई प्रमुख सड़कों को अब नए नामों से पहचाना जाएगा। नगर निगम ने चोरहटा से देकहा चौराहा तक मार्ग को महाराजा मार्तण्ड सिंह मार्ग, देकहा से जय स्तंभ तक श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग, जय स्तंभ से कॉलेज चौराहा तक स्वामी विवेकानंद मार्ग, कॉलेज चौराहा से गुढ़ मोड़ तक सरदार वल्लभभाई पटेल मार्ग और गुढ़ मोड़ से रिंग रोड तक छत्रपति शिवाजी मार्ग नामित करने का निर्णय लिया है।
इस बीच परिषद अध्यक्ष के दो प्रस्तावों को भी पास कर दिया गया है, जिसमें पीटीएस चौराहा से पी. के. स्कूल तक के मार्ग का नाम मेजर आशीष दुबे मार्ग तथा मानस नगर रोड का नाम पूर्व महापौर शिवेन्द्र सिंह पटेल मार्ग शामिल हैं।