Nepal GenZ Protest: प्रधानमंत्री ओली ने दिया इस्तीफा, राष्ट्रपति ने इस्तीफे से किया इंकार
सोशल मीडिया बैन के खिलाफ शुरू हुआ नेपाल का GenZ आंदोलन अब भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और तानाशाही के खिलाफ एक बड़े जनआंदोलन में बदल चुका है। मंत्रियों के इस्तीफे, हिंसा और #NEPOKID ट्रेंड ने सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

नेपाल में प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल के घर में आग लगा दी. उस समय घर में उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार मौजूद थीं, जो आग में गंभीर रूप से झुलस गईं. उन्हें तुरंत कीर्तिपुर के अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
काठमांडू और आसपास के इलाकों में हिंसक झड़पों और आगजनी में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में आग लगा दी, साथ ही प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल और गृहमंत्री के निजी आवासों पर भी हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की.
????????❗Nepal has fallen
— Wolf Brief (@wolfbrief_) September 9, 2025
Protestors tear down the Communist Party flag during ongoing protests. pic.twitter.com/lZNu3wPC3R
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. नेपाल के आर्मी चीफ जनरल अशोक राज सिगडेल ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को पद से इस्तीफा देने की सलाह दी थी. नेपाल में genz आंदोलन कर रहे है. अब तक इस आंदोलन में 20 लोगों की मौत हो गई है जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए है. गृह मंत्री के बाद अब सरकार के 9 मंत्रियों और उपप्रधानमंत्री ने भी इस्तीफा दे दिया है. प्रदर्शनकारियों ने नेपाल सरकार के कानून मंत्री अजय कुमार चौरसिया का भी घर जला दिया है. मंत्रियों का कहना है की सरकार नागरिकों की आवाज और लोकतांत्रिक अधिकारों को दबा रही हैं इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. जिससे साफ है की नेपाल में अब हालात बोहोत खराब हो गए है. लेकिन प्रोटेस्ट की वजह सिर्फ सोशल मीडिया बैन है या कहानी कुछ और ही है?
क्या है पूरा मामला?
5 सितम्बर को नेपाल सरकार ने 26 सोशल मीडिया एप्स बैन कर दिए. इन एप्स को मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन करने को कहा गया था लेकिन इन एप्स ने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया जिसके वजह से इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को नेपाल में बंद कर दिया गया. जैसे ही खबर सामने आई नेपाल के सभी genZ काठमांडू की सड़को पर उतर आए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शन इतना बढ़ गया की ये नेपाल की संसद तक पहुंच गए. प्रोटेस्ट को रोकने के लिए पुलिस ने फायरिंग, वॉटर कैनन, लाठियां और रबर की गोलियां चलाना शुरू कर दिया जिससे 20 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए.
Scenes from Pokhara, Nepal ????
— রক্তশিশির/Blood dew (@roktoshisir) September 9, 2025
Indians must support the youths of Nepal in their fight against the Corruptand Nepotist government.#NepalGenZProtest pic.twitter.com/WVYEtQys8T
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#NEPOKID क्यों हो रहा ट्रेंड?
इस प्रोटेस्ट में #NEPOKID काफी ट्रेंड कर है. लेकिन प्रोटेस्ट का नेपोकिड से क्या रिलेशन हैं? genZ का ये प्रोटेस्ट सिर्फ सोशल मीडिया को लेकर नहीं है. ये प्रदर्शन नेपाल में कुशासन और भ्रष्टाचार को लेकर हो रहा है. नेपाल के लोगों का कहना हैं की नेपाल में भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है. देश के लीडर्स के बच्चे हमारे टैक्स के पैसों से लक्जरी लाइफ जी रहे हैं और आम आदमी को न तो जॉब मिल रही है और न ही कोई फायदा। इसी बीच नेपाल के लीडर्स के बच्चों के लाइफ स्टाइल की वीडियो भी वायरल हो रही हैं और इसी वजह से #NEPOKID ट्रेंड हो रहा है.
Wake up Nepal !! Rise up Nepal !! #corruptkids #nepokids
— न B न (@Nabin62158820) September 7, 2025
Don't Stop exposing! Keep it up!! pic.twitter.com/gmMOPBV5SB
नेपाल में बढ़ रही बेरोजगारी
देश में रोजगार की इतनी कमी है की युवा बेरोजगार पड़े है. इनमे कुछ युवा सोशल मीडिया के थ्रू इनकम करते है. लेकिन इसके बैन हो जाने के बाद से वो इनकम भी अब उन्हें नहीं मिल पा रही है. नेपाल के डिपार्टमेंट ऑफ फ़ॉरेन एम्प्लॉयमेंट के अनुसार, नेपाल से हर दिन औसत 2200 लोग खाड़ी के देशों के अलावा मलेशिया और दक्षिण कोरिया जा रहे हैं. और इस संख्या में भारत जाने वाले लोगों को और वैध रूप से विदेश जाने वाले लोगों को शामिल नहीं किया गया. तब इसकी संख्या इतनी ज्यादा है. नेपाल की सरकार के खिलाफ genZ का विरोध काफी समय से था लेकिन सोशल मीडिया बैन कर देने से ये और भी बढ़ गया. नेपाल के लोगों का आरोप है की सरकार सोशल मीडिया बंद करके उनकी आवाजे दबाना चाह रही है.
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In Nepal, people are hitting the streets against corruption and the government’s new social media ban, Voices silenced online are now louder on the ground #NepalProtests pic.twitter.com/NnaHlfiyx8
— Prayag (@theprayagtiwari) September 8, 2025
TIKTOK से उठा रहे आवाज
नेपाल के लोग और कुछ पोलिटिकल पार्टीज भी सरकार की आलोचन कर रही है और इसे लोकतंत्र की हत्या बता रही है. लोगों का कहना है की देश के प्रधानमंत्री केपी ओली तानाशाह बन गए है. वो हमारी आवाजें दबाना चाह रहे है. नेपाल में सोशल मीडिया के नाम पर अब सिर्फ टिकटोक बचा हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार टिकटॉक ने NTAके साथ रजिस्ट्रेशन कर लिया था जिसकी वजह से उसे बैन नहीं किया गया. नेपाल के genZ टिकटोक के ही थ्रू अपनी आवाज उठा रहे है.
नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है जिसकी वजह से लोगों में कम्युनिस्ट पार्टी को लेकर भी विरोध है. नेपाल के genZ अब मंत्रियों के इस्तीफे से शांत नहीं होने वाले है. एक ही दिन के प्रोटेस्ट ने पुरे नेपाल और सरकार को हिला कर रख दिया है.
ट्रेन्ड गजब निकीलेछन #nepokids pic.twitter.com/Zs4SQ6NUMw
— AjitX (@iPaudelji) September 6, 2025