स्वतंत्रता दिवस 2025, ऑपरेशन सिंदूर से न्यूक्लियर चेतावनी तक, PM मोदी के भाषण के प्रमुख बिंदु

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से अपने संबोधन में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अब भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेल और आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।

स्वतंत्रता दिवस 2025, ऑपरेशन सिंदूर से न्यूक्लियर चेतावनी तक, PM मोदी के भाषण के प्रमुख बिंदु

आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर 12वीं बार झंडा फहराया और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए देश की वीर सेनाओं को सलाम किया। आज के भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर चर्चा की।

PM मोदी ने ऑपरेशन सिन्दूर के जवानों को किया सलाम 

"आज मुझे बहुत गर्व हो रहा है, आज मुझे ऑपरेशन सिंदूर के वीर जवानों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है। हमारे वीर सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। 22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आकर आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्लेआम किया धर्म पूछ-पूछ कर लोगों को मारा गया, पत्नी के सामने उनके पति को गोलियों से मारा गया, बच्चों के सामने उनके पिता को मौत के घाट उतार दिया गया पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ है। पूरा विश्व भी इस प्रकार के संहार से चौंक गया। मेरे देशवासियों, ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है।"

अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी 

"22 तारीख के बाद हमने हमारी सेना को खुली छूट दे दी रणनीति वे तय करें, लक्ष्य वे तय करें और समय भी वे चुनें और हमारी सेना ने करके दिखाया जो कई दशकों तक हुआ नहीं। सैंकड़ों किलोमीटर दूर दुश्मनों के घर में घुसकर आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया। आतंकी इमारतों को खंडहर बना दिया। पाकिस्तान की नींद अभी भी उड़ी है।"

"पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं, नई-नई जानकारियां आ रही हैं। हमारा देश कई दशकों से आतंक को झेलता आया है, देश के सीने को छल्ली कर दिया गया है। अब आतंक पर, आतंक को पालने-पोसने वालों को, आतंकियों को ताकत देने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानेंगे। वे समान दुश्मन हैं  उनके बीच कोई फर्क नहीं है। अब भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकियों को अब हम सहने वाले नहीं हैं। न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे अरसे से चल रहा है  अब वह ब्लैकमेल नहीं सहा जाएगा।"

PM मोदी ने "मेड इन इंडिया" के कांसेप्ट को आगे बढाने को लेकर भी चर्चा की

"साथियों, आपने ऑपरेशन सिंदूर में देखा मेड इन इंडिया की कमाल क्या थी। दुश्मन को पता तक न चला कि कौन सा शस्त्र है, कौन सा सामर्थ्य है जो पलक भर में उन्हें नष्ट कर रहा है। सोचिए अगर हम आत्मनिर्भर न होते तो ऑपरेशन सिंदूर इतनी त्वरित गति से कर पाते? पता नहीं कौन सप्लाई देगा, नहीं देगा — इसी की चिंता बनी रहती। लेकिन मेड इन इंडिया की शक्ति हमारे हाथ में थी, हमारे सेना के हाथ में थी। इसलिए बिना चिंता, बिना रुकावट, बिना हिचकिचाहट हमारी सेना पराक्रम करती रही। ये पिछले 10 साल से डिफेंस के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर एक मिशन लेकर चल रहे हैं, जिसका नतीजा आज नजर आ रहा है।"

"देश की युवा पीढ़ी को क्रांतिकारी होना बहुत जरूरी है। हमारे देश में 50–60 साल पहले सेमीकंडक्टर को लेकर फैक्ट्री बनाने का विचार शुरू हुआ। आज सेमीकंडक्टर पूरी दुनिया की ताकत बन गया है। वह विचार, वह फाइल अटक गई, लटक गई। सेमीकंडक्टर विचार की ही भ्रूण हत्या हो गई। 50–60 साल गंवा दिए। हमारे बाद कई देशों ने सेमीकंडक्टर में महारत हासिल करके दुनिया में अपनी ताकत को स्थापित कर लिया है।"

"आज हम मुक्त होकर के मिशन सेमीकंडक्टर को आगे बढ़ा रहे हैं। 6 अलग-अलग सेमीकंडक्टर यूनिट्स जमीन पर उतर रही हैं। 4 नई यूनिट्स को हमने पहले ही हरी झंडी दिखा दी है।"


भारत ने 2030 तक के क्लीन एनर्जी के लक्ष्य को 2025 में ही हासिल कर लिया।

"दुनिया आज जहां ग्लोबल वार्मिंग को लेकर चिंता करती है वहां मैं विश्व को बताना चाहता हूं की भारत ने तय किया था की हम 2030 तक क्लीन एनर्जी भारत में 50% तक पहुंचा देंगे। हमने जो लक्ष्य तय 2030 तक के लिए तय किया था वो लक्ष्य हमने 2025 में ही कर लिया।"