मोहम्मद यूनुस ने PAK आर्मी चीफ को विवादित नक्शा किया गिफ्ट बांग्लादेश ने पूर्वोत्तर राज्यों को बताया अपना हिस्सा

बांग्लादेश के अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को एक विवादित नक्शा गिफ्ट किया है. नक्शे में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया है.

मोहम्मद यूनुस ने PAK आर्मी चीफ को विवादित नक्शा किया गिफ्ट बांग्लादेश ने पूर्वोत्तर राज्यों को बताया अपना हिस्सा
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बांग्लादेश के अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को एक विवादित नक्शा गिफ्ट किया है। नक्शे में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया है। इसके चलते विवाद बढ़ गया है। जनरल साहिर शमशाद मिर्जा और मोहम्मद यूनुस की 25 अक्टूबर को मुलाकात हुई थी। भारत के विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। यूनुस ने पाकिस्तानी अधिकारी को 'आर्ट ऑफ ट्रायम्फ' नाम की किताब गिफ्ट की। इस किताब के कवर पर बांग्लादेश का जो नक्शा छापा गया है, उसी पर विवाद है। इस कवर में भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश के हिस्से के रूप में दिखाया गया है। इस नक्शे को कट्टरपंथी इस्लामी समूह 'ग्रेटर बांग्लादेश' के तौर पर पेश करते हैं।

किताब में 2024 के छात्र आंदोलन में बने चित्रों को दिखाया

आर्ट ऑफ ट्रायम्फ एक आर्ट बुक है जिसमें बांग्लादेश में जुलाई-अगस्त 2024 के छात्र-जन आंदोलन के दौरान बने ग्रैफिटी और बाकी चित्रों को दिखाया गया है। पिछले साल सितंबर में अंतरिम प्रमुख सलाहकार यूनुस ने इसे जारी किया था। फिलहाल यह किताब अभी सार्वजनिक तौर पर बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है। बांग्लादेश के नेता पहले भी इस किताब को गिफ्ट के तौर पर इस्तेमाल करते रहे हैं। सितंबर 2024 में यूनुस ने कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को यह किताब गिफ्ट की थी।

इस किताब को गिफ्ट में देना एक राजनीतिक और कूटनीतिक संकेत माना जाता है। ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक यह किताब अब तक 12 से ज्यादा विदेशी नेताओं और अधिकारियों को गिफ्ट की जा चुकी है। इनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, पूर्व कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो, ब्राजील के पीएम लूला डिसिल्वा और पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन जैसे बड़े नाम शामिल हैं। पाकिस्तानी जनरल साहिर शमशाद मिर्जा 24 अक्टूबर को 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ ढाका पहुंचे थे। इस दौरे के दौरान उन्होंने यूनुस समेत उच्च बांग्लादेशी सैन्य और नागरिक नेतागणों के साथ रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर बात की।

इस दौरान दोनों देशों ने व्यापार, निवेश और रक्षा जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की बात की। जनरल मिर्जा ने कहा कि दोनों देशों के बीच पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्ते हैं। वे इन रिश्तों को और मजबूत करना चाहते हैं। उन्होंने व्यापार और संपर्क बढ़ाने की संभावनाओं पर भी बात की। जनरल मिर्जा ने बताया कि हम दोनों देश एक-दूसरे की मदद करेंगे।

यूनुस के सलाहकार ने भी गलत नक्शा पोस्ट किया था

यह पहली बार नहीं है जब बांग्लादेश की तरफ से ऐसी हरकत की गई हो। पिछले साल दिसंबर में मोहम्मद यूनुस के सलाहकार महफूज आलम ने बांग्लादेश का एक गलत नक्शा पोस्ट किया था। इस नक्शे में महफूज आलम ने भारत के बंगाल, त्रिपुरा और असम के कुछ हिस्सों को बांग्लादेश में दिखाया था। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद इस पोस्ट को डिलीट कर दिया गया था। महफूज आलम ने नक्शा पोस्ट करते हुए फेसबुक पर लिखा था- भारत ने यहूदी बस्ती प्रोग्राम को अपनाया है। बांग्लादेश को भारत पर निर्भरता से आजाद रखने के लिए 1975 के बाद 2024 होना ही था। दोनों घटनाओं के बीच पचास साल का अंतर है, लेकिन हकीकत में कुछ भी नहीं बदला। हम भूगोल और बसावट में फंसे हुए हैं।

पाकिस्तान के साथ संबंध बढ़ा रहा बांग्लादेश

 बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में लगातार तनाव बना हुआ है। जबकि पाकिस्तान और बांग्लादेश के रिश्तों में लगातार सुधार आया है। मोहम्मद यूनुस बीते एक साल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से दो बार मुलाकात कर चुके हैं। नवंबर 2024 में, 1971 के बाद पहली बार एक पाकिस्तानी कार्गो जहाज चटगांव बंदरगाह पहुंचा था। इसके अलावा इस साल अप्रैल में ढाका में 15 साल बाद दोनों देशों के विदेश सचिवों ने मुलाकात की थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी 27-28 अप्रैल को ढाका का दौरा किया था, जो 2012 के बाद पहली उच्च-स्तरीय यात्रा थी। इस दौरान दोनों देशों ने आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए समझौतों पर चर्चा की थी।