EOW की टीम ने जबलपुर जिला अस्पताल में मारा छापा 2009 से लेकर 2020 तक के दस्तावेज किए जब्त

EOW की टीम ने जबलपुर जिला अस्पताल में मारा छापा 2009 से लेकर 2020 तक के दस्तावेज किए जब्त वित्तीय गड़बडी की शिकायत, 17 बार मांगी थी जानकारी

EOW की टीम ने जबलपुर जिला अस्पताल में मारा छापा 2009 से लेकर 2020 तक के दस्तावेज किए जब्त

जबलपुर : EOW की टीम ने 16 अक्टूबर को विक्टोरिया जिला अस्पताल में छापेमारी की। इस दौरान यहां से कई दस्तावेज जब्त किए गए है। डीएसपी स्वर्णजीत सिंह धामी के नेतृत्व में टीम ने जांच की। वित्तीय अनियमितताओं को लेकर EOW को शिकायत मिली थी। इसके बाद से जिला अस्पताल के अधिकारियों से दस्तावेज मांगे जा रहे थे, जिस पर आना-कानी की जा रही थी।

पत्रों का स्वास्थ्य विभाग ने नहीं दिया था जवाब

2022 से 2025 के बीच EOW ने स्वास्थ्य विभाग को 17 बार पत्र लिखा। पत्रों का विभाग ने ना तो जवाब दिया और ना ही दस्तावेज दिए। जिसके बाद सिविल सर्जन की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई। EOW सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के कई बड़े अधिकारी इस जांच की जद में आ सकते हैं।

फर्जी डिग्री की शिकायत पर कार्रवाई संभव

माना जा रहा है कि विक्टोरिया अस्पताल में फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी पाने की शिकायत को लेकर ये कार्रवाई की गई है। ये मुद्दा विधानसभा के मानसून सत्र में भी उठा था। जबलपुर के कांग्रेस विधायक लखन घनघोरिया ने आरोप लगाया था कि अस्पताल के एक अधिकारी की शैक्षणिक योग्यता फर्जी है। हालांकि सरकार ने इससे इनकार किया था।

महारानी विक्टोरिया के नाम पर है अस्पताल

अस्पताल 1876 में महारानी विक्टोरिया के नाम पर बनाया गया था। यहां लाल बिल्डिंग में अंग्रेज गोरों का, तो सफेद बिल्डिंग में भारतीयों का इलाज होता था। जिला अस्पताल इसी भवन में संचालित हो रहा है