रीवा नगर निगम की बैठक में अटल पार्क सहित कई कामों को मंजूरी मिली

रीवा नगर निगम की मेयर-इन-काउंसिल (MIC) बैठक में अटल पार्क के संचालन, रानीतालाब के रखरखाव, स्ट्रीट लाइट्स, स्मार्ट टॉयलेट, प्रधानमंत्री आवास योजना समेत कई विकास कार्यों को मंजूरी दी गई।

रीवा नगर निगम की बैठक में अटल पार्क सहित कई कामों को मंजूरी मिली

रीवा। गुरुवार को नगर निगम कार्यालय में महापौर अजय मिश्रा बाबा की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें निगमायुक्त डॉ. सौरभ संजय सोनवणे और अन्य पार्षद मौजूद रहे। इस बैठक में शहर के विकास से जुड़े कई कामों पर चर्चा हुई और उन्हें मंजूरी दी गई।

बैठक में MIC सदस्य नीतू अशोक पटेल, धनेन्द्र सिंह बघेल, रमा दुबे, रवि तिवारी, मनीष नामदेव, गुलाम अहमद, नजमा बेगम, गायत्री लखन खंडेलवाल, सूफिया सहफूज खान और आरती बक्सरिया सहित नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।

किस-किस काम को मंजूरी मिली:

  • अटल पार्क की देखभाल और संचालन के लिए टेंडर पास किया गया।
  • रानीतालाब की सफाई और रखरखाव का काम 35 महीने के लिए ठेके पर देने की मंजूरी मिली।
  • स्मार्ट टॉयलेट के टेंडर से जुड़ी प्रक्रिया को भी मंजूरी दी गई।
  • प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 62 लोगों को मकान देने के लिए लिस्ट पास की गई।
  • पुराने कोर्ट के पास बने वकीलों के चेम्बर (1 और 5) फिर से आवंटित किए जाएंगे।
  • सड़क लाइटों के मेंटेनेंस के लिए टेंडर पास किया गया।
  • विवेकानंद नगर में एक प्लॉट की नीलामी (बोली) की मंजूरी दी गई।
  • महापौर ने ऋतुराज पार्क और स्वीमिंग पूल का काम जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए। 

कुछ कामों पर नाराजगी भी जताई गई

महापौर ने कुछ नालियों के काम को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि काम ठीक से नहीं हो रहा और शटरिंग का सही उपयोग नहीं हो रहा। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि काम की गुणवत्ता पर ध्यान दें और निर्माण शुरू होते ही रोज निगरानी करें।

महापौर ने यह भी कहा कि कई जगह नालियों का ढक्कन बनाते समय सड़कों से पानी निकलने का रास्ता नहीं छोड़ा गया, जिससे बारिश में पानी भर जाता है। खासकर विंध्य विहार से ऐसी शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी पानी भरता है, वहां तुरंत निकासी के लिए छेद (होल कटिंग) कराए जाएं।

पार्किंग और ट्रैफिक पर भी निर्देश

महापौर ने देखा कि कई दुकानदार पार्किंग की जगह पर दुकानें बना रहे हैं, जिससे जाम लग रहा है। उन्होंने ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

उन्होंने यह भी कहा कि नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों पर तुरंत चालानी कार्रवाई की जाए और ओवरब्रिज के नीचे ठेले और गाड़ियाँ खड़ी न हों, इसके लिए दूसरी जगह का इंतजाम किया जाए।

सफाई व्यवस्था पर भी नाराजगी जताई गई। उन्होंने कहा कि सिर्फ मुख्य सड़कें नहीं, बल्कि कॉलोनियों और वार्डों के अंदर भी सफाई ठीक से होनी चाहिए।