भीषण गर्मी का कहर: तेज धूप और बढ़ते तापमान में कैसे रखें अपना ख्याल?

देशभर में बढ़ती भीषण गर्मी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है, जहाँ कई राज्यों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुँच चुका है। मौसम विभाग ने हीटवेव को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है और नागरिकों को दोपहर में बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।

भीषण गर्मी का कहर: तेज धूप और बढ़ते तापमान में कैसे रखें अपना ख्याल?

अभी मई का महीना शुरू भी नहीं हुआ है और देश के कई हिस्सों में गर्मी ने अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है। अप्रैल के महीने में ही तापमान कई राज्यों में 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुँच चुका है। वहीं कुछ राज्यों में बारिश से थोड़ी राहत भी मिली है। पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, केरल, तमिलनाडु, अंडमान-निकोबार, उत्तर कर्नाटक, दक्षिण महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश दर्ज की गई है।

लेकिन देश के अन्य हिस्सों में हालात चिंताजनक हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा चुका है। इसके चलते लू और हीट स्ट्रोक की घटनाएँ भी सामने आने लगी हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि जब अप्रैल में हालात ऐसे हैं तो मई-जून में क्या होगा?

मौसम विभाग का हाई अलर्ट

हाल ही में मौसम विभाग ने कई राज्यों में गर्मी को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है। नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय (Civil Defense Department) ने भी बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। इस संगठन का मुख्य कार्य प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध और अन्य आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा करना है।

निर्देशों के अनुसार, सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक का समय सबसे अधिक खतरनाक रहेगा। इस समय के दौरान घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है, क्योंकि लू लगने की संभावना सबसे अधिक होती है। यदि बाहर निकलना आवश्यक हो, तो सिर और शरीर को कपड़ों से ढक कर निकलें, और समय-समय पर पानी, जूस, शिकंजी या मैंगो शेक जैसे तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। हीट स्ट्रोक से बचाव अत्यंत आवश्यक है।

गर्मी से कैसे करें बचाव 

बढ़ते तापमान और ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते हर साल गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कुछ सावधानियों को अपनाकर हम अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं:

  • जब भी बाहर जाएं, खुद को पूरी तरह से ढकें। संभव हो तो दोपहर के समय बाहर जाने से बचें।

  • ऑफिस या बाहर निकलने की स्थिति में ग्लूकोज साथ रखें और हर 10 मिनट में पानी पीते रहें।

  • ताकि शरीर को हवा मिलती रहे और अधिक गर्मी महसूस न हो।

  •  गर्म और मसालेदार भोजन से बचें। तरबूज, खीरा, ककड़ी, छाछ और दही जैसी ठंडी और पानी युक्त चीजों का अधिक सेवन करें।

  • घर में हवा आने-जाने की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। पंखे और एसी का संतुलित उपयोग करें।

  • गर्मियों में फोन फटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं, इसलिए सावधानी बरतें।

  • सनस्क्रीन न केवल स्किन को टैनिंग से बचाता है, बल्कि सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से स्किन कैंसर और संक्रमण के खतरे को भी कम करता है। पुरुषों को भी इसका नियमित इस्तेमाल करना चाहिए।

अगर लू लग जाए तो क्या करें?

अगर लू लगने के लक्षण जैसे चक्कर आना, अत्यधिक थकान या घबराहट महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। घरेलू उपचारों पर निर्भर न रहें और लक्षणों को नजरअंदाज बिल्कुल न करें। समय रहते सही इलाज बेहद जरूरी है।

बिच्छू और सांपों से रहें सावधान!

गर्मी के मौसम में बिच्छू और सांप अपने बिलों से बाहर निकलकर ठंडी जगहों की तलाश में घरों और पार्कों की ओर बढ़ते हैं। ऐसे में चलते समय सावधानी बरतें और बच्चों को भी सतर्क रहने की सलाह दें।