Gaza Peace Summi 2025: ट्रम्प ने जताई भारत-पाकिस्तान के बेहतर संबंधों की उम्मीद
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने ट्रम्प को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया और ट्रम्प ने भारत-पाकिस्तान के बेहतर संबंधों की उम्मीद जताई।

13 अक्टूबर को मिस्र के शर्म अल-शेख शहर में गाजा शांति शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन में लगभग 30 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन का उद्देश्य गाजा में इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करना और शांति बहाल करना है। सम्मेलन इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते को करने के लिए किया गया था।
इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मोहम्मद शहबाज शरीफ ट्रम्प को नोबेल पीस प्राइज देने की बात कहते नजर आए। उन्होंने कहा कि -
"ट्रम्प को पाकिस्तान ने नोबेल प्राइज के लिए नॉमिनेट किया था क्योंकि ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया, सीजफायर करवाया। मैं फिर से इस महान राष्ट्रपति ट्रम्प को नोबेल पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट करता हूं।"
पाकिस्तान का प्रधानमंत्री दुनिया भर के नेताओं के बीच में बोल रहा है ????
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) October 13, 2025
ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान की वॉर रुकवा दी. ट्रंप ने ही सीजफायर कराया.
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पीछे इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर खड़े हैं. pic.twitter.com/uWcMHsW60V
वहीं राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि -
"भारत एक महान देश है, और मेरा अच्छा दोस्त भी है, भारत ने शानदार काम किया है। मुझे लगता है कि पाकिस्तान और भारत अब साथ मिलकर रहेंगे।"
#WATCH | Egypt | US President Donald Trump says, "India is a great country with a very good friend of mine at the top and he has done a fantastic job. I think that Pakistan and India are going to live very nicely together..."
— RoCk StaR TaPu (@tapu_star) October 14, 2025
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भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह सम्मेलन में शामिल हुए, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मोहम्मद शहबाज शरीफ, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी सम्मेलन में शामिल हुईं। इसके अलावा मिस्र, कतर, तुर्किये, जॉर्डन, फिलिस्तीन, बहरीन, इराक, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और ओमान से भी नेता सम्मेलन में पहुंचे। इस सम्मेलन में 20 से ज्यादा देशों के नेताओं ने भाग लिया, साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।