दीपावली पर रायपुर में दिखी अद्भुत रंगोली की छटा, कलाकार की कला देख लोग हुए मंत्रमुग्ध
दीपावली के पावन अवसर पर रायपुर के शैलेंद्र नगर में एक ऐसी रंगोली देखने को मिली, जिसने सभी का मन मोह लिया. लक्ष्मी पूजा के दिन तैयार की गई यह रंगोली सिर्फ रंगों का मेल नहीं

दीपावली के पावन अवसर पर रायपुर में एक ऐसी रंगोली देखने को मिली, जिसने सभी का मन मोह लिया. लक्ष्मी पूजा के दिन तैयार की गई यह रंगोली सिर्फ रंगों का मेल नहीं, बल्कि संवेदनाओं, समर्पण और कला की जीवंत अभिव्यक्ति बन गई.
इस खास रंगोली को तैयार किया है रश्मि उनके भाई शैलेंद्र सिंह चौहान ने, जो एक मूक-बधिर स्कूल में आर्ट टीचर हैं. बोल और सुन नहीं सकते, लेकिन उनकी कला खुद बोलती है. उनकी बहन रश्मि ने बताया कि यह रंगोली उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर बनाई है और इसे तैयार करने में करीब 8 घंटे लगे.
कला जो दिल को छू जाए
शैलेंद्र सिंह चौहान की बहन रश्मि कहती हैं, भले ही मेरा भाई बोल नहीं सकते, लेकिन उनकी कला सब कुछ कह जाती है. यह हर साल की परंपरा है. लोग रंगोली देखने के दूर से भी आते हैं. कई बार तो हमें रात 3 बजे भी गेट खोलना पड़ता है.यह रंगोली केवल दीपावली के दिन नहीं, बल्कि पूरे 5 दिन तक सुरक्षित रखी जाती है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसे देख सकें और इस अनोखी कला का अनुभव ले सकें.