प्यार, धोखा और मर्डर: क्यों पत्नियां पति की हत्या के लिए उतारू?
वो कहते हैं न कि प्यार अंधा होता है लेकिन इतना अंधा की बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या करवा देना. सोनम हो या मुस्कान ऐसे केसेस बढ़ते ही जा रहे है. आजकल की महिलाएं लडाई तो दूर सीधे मर्डर पर ही उतारू क्यों हो रही हैं जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में?

2021 में एक कॉमेडी फिल्म आई थी, क्या मेरी सोनम गुप्ता बेवफा है. हालांकि फिल्म का तो पता नहीं, लेकिन रियल लाइफ वाली सोनम जरूर बेवफा निकल गई. हम बात कर रहे हैं सोनम रघुवंशी की, जिसे अपने ही पति की हत्या के केस में पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सोनम ने अपने पति की हत्या कराई... सोनम हनीमून पर गई थी... सोनम का राज के साथ अफेयर था... ये सब तो आप जानते ही होंगे. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि आखिर आजकल की महिलाएं लड़ाई तो दूर, सीधे मर्डर पर क्यों उतारू हो रही हैं?
ऑपरेशन हनीमून..
सबसे पहले बात करते हैं राजा रघुवंशी मर्डर केस की, जिसे अब ऑपरेशन हनीमून नाम दिया जा रहा है. 11 मई को सोनम और राजा रघुवंशी की शादी होती है. 20 मई को दोनों हनीमून पर जाते हैं.23 मई को दोनों शिलांग के लिए रवाना होते हैं, और उसी दिन से दोनों का फोन बंद आना शुरू हो जाता है. जिसके बाद पुलिस दोनों की तलाश शुरू कर देती है, और कुछ दिन बाद 2 जून को पुलिस को राजा रघुवंशी की लाश मिलती है.
शुरू में पुलिस को यह हादसा लगता है, लेकिन जैसे-जैसे केस के तार खुलना शुरू होते हैं, पुलिस को सोनम पर शक होने लगता है. शक करने की भी कई वजह हैं, पहला कि राजा की लाश तो मिल जाती है, लेकिन सोनम का कोई पता नहीं रहता. दोनों हनीमून पर जाते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ भी अपलोड नहीं करते. साथ ही पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिलते हैं, जिससे सोनम के जिंदा होने का पता चलता है.
9 जून को पुलिस को सोनम गाजीपुर से मिलती है, और इसके बाद आता है कहानी में ट्विस्ट... पुलिस सोनम के साथ-साथ 4 और आरोपियों को पकड़ती है, और पता चलता है कि सोनम ने ही अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अपने पति को मरवाने की साजिश रची थी... सोनम का बॉयफ्रेंड और कोई नहीं, बल्कि उसके पिता के फैक्ट्री में काम करने वाला राज कुशवाहा निकला... हैरानी की बात तो यह है कि राज सोनम से 6 साल छोटा है.
प्यार अंधा होता है..
वो कहते हैं न कि प्यार अंधा होता है, लेकिन इतना अंधा. खैर, टॉपिक पर वापस आते हैं. आखिर क्यों पत्नियां अपने पति की हत्या पर उतारू हो रही हैं? वो भी अपने बॉयफ्रेंड से शादी करने के लिए. ये टॉपिक इसलिए भी जरूरी है क्योंकि ऐसे केसेज दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं.
एक केस सॉल्व होता है, कि दूसरा केस सामने आ जाता है और अब तो मर्द समाज ही शादी से दूर भागते नजर आ रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है आजादी, अब सोनम का केस ही देख लीजिए सोनम ने अपनी मां से पहले ही कह दिया था कि वह शादी नहीं करना चाहती और राज से प्यार करती है. लेकिन उसकी मां ने फिर भी सोनम की शादी राजा से करवा दी. अगर उसी वक्त उसकी मां शादी के लिए मना कर देती, तो आज राजा जिंदा होता.
विधवा होकर शादी करने का प्लान
लेकिन मैं सारा ब्लेम सोनम की मां पर नहीं डालूंगी. यहां सोनम की भी गलती है कि सोनम को अपने पिता या अपने पति को यह बताने की हिम्मत नहीं थी कि वह किसी और से शादी करना चाहती है... लेकिन मर्डर करने और उसकी प्लानिंग करने की हिम्मत थी. सोनम का यह प्लान था कि वह विधवा होकर अपने बॉयफ्रेंड से शादी कर लेगी. लेकिन वह डाइवोर्स भी ले सकती थी.
आजादी शब्द मैंने इसलिए इस्तेमाल किया क्योंकि भले ही आज लड़कियां हर फील्ड में आगे बढ़ रही हैं, उन्हें करियर चुनने की भी आजादी है. लेकिन जब बात आती है शादी की, तो आज भी हमारी सोसाइटी की सोच वही टिपिकल और ट्रेडिशनल है. आज भी लड़कियों को बॉयफ्रेंड बनाने या अपने पसंद के लड़के से शादी करने की आजादी नहीं है और नतीजा मर्डर... ज्यादातर केसेज में लड़कियां अपने घर में नहीं बता पाती कि उनका बॉयफ्रेंड है और इसलिए रेप, लव जिहाद, मर्डर और सेक्सुअल असॉल्ट जैसे केसेज देखने को मिलते हैं.
नीले ड्रम वाली मुस्कान
अब बात करते हैं दूसरे केस की. नीले ड्रम वाले केस में लड़की को आजादी थी, वह भाग सकती थी, डाइवोर्स दे सकती थी, क्योंकि उसने अपने पति से लव मैरिज ही की थी. लेकिन फिर भी उसने मर्डर ही किया. यहां पर मैं लड़कियों की साइड नहीं ले रही, लेकिन इस केस में देखा गया था कि शादी के बाद मुस्कान का पति उसे अटेंशन नहीं देता था. ज्यादातर समय वह अपने काम को ही देता था. इसका मतलब यह नहीं कि मर्डर कर दिया जाए.
पर ज्यादातर मामलों में यह देखा जाता है कि शादी के बाद पति या फिर पत्नी एक-दूसरे को अटेंशन देना बंद कर देते हैं. जिससे पार्टनर्स किसी दूसरे व्यक्ति की तलाश करने लगते हैं. और जैसे ही उन्हें वह अटेंशन या प्यार मिलता है. वह अपने पार्टनर को डाइवोर्स दे देते हैं या फिर कुछ मामलों में मर्डर जैसे क्राइम को अंजाम देते हैं. जो कि नील ड्रम वाले केस में हुआ.
इस तरह मैं यह नहीं कह रही कि महिलाओं ने जो किया सही किया या किसी रीजन से किया. बल्कि मैं फ्यूचर में ऐसा न हो इसलिए उन महिलाओं से अपील करना चाहूंगी, कि अगर आप अपने पति से खुश नहीं हैं या आपकी जबरदस्ती शादी करवाई जा रही है या आपको कोई और पसंद है. तो इन सब चीजों के लिए आवाज उठाएं. घरवालों को मनाएं या पुलिस की मदद लें, लेकिन मर्डर करना किसी तीसरे की जिंदगी खत्म करना, जिसकी कोई गलती ही नहीं है, यह कोई हल नहीं है.