H1B Visa को टक्कर दे सकते हैं F1, O1, L1 और EB5 वीजा

ट्रम्प ने H1-B वीजा की फीस बढ़ा दी है, जिससे स्टूडेंट्स और युवा अमेरिका में जॉब या पढ़ाई के लिए परेशान होंगे। इसके बावजूद F-1, O-1, L-1 और EB-5 जैसे अन्य वीजा विकल्प उपलब्ध हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं।

H1B Visa को टक्कर दे सकते हैं F1, O1, L1 और EB5 वीजा
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ट्रम्प ने H1-B वीजा पर एक्स्ट्रा कॉस्ट लगा दिया है जिसकी वजह से H1-B वीजा के लिए जहां 6 लाख लगते थे वहीं अब ये 88 लाख कर दिए गए हैं। इससे जो स्टूडेंट्स या यूथ अमेरिका में जॉब या पढ़ाई करने जाना चाहते हैं उनको नुकसान होगा। लेकिन H1-B के अलावा भी कुछ वीजा हैं जिन्हें आप विकल्प के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

F-1 Visa – ये  नॉन-इमिग्रेंट वीजा है स्टूडेंट्स के लिए होता है जो अमेरिका में जाकर स्टडी करना चाहते हैं। लेकिन कोर्स खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स को देश छोड़ना पड़ता है।


O-1 Visa – यह वीजा उन लोगों के लिए होता है जिनके पास किसी स्पेसिफिक फील्ड में Extraordinary स्किल या नॉलेज होती है, जैसे साइंस, आर्ट्स और एजुकेशन। तो वो लोग O-1 वीजा के लिए एप्लिकेबल होते हैं। इसका प्लस पॉइंट ये होता है कि आपको इसके थ्रू ग्रीन कार्ड भी मिल सकता है।


L-1 Visa – ये एक Nonimmigrant वीजा है जो कंपनियों के एम्प्लॉयीज को दी जाती है, जब उन्हें भारत से अमेरिका में ट्रांसफर किया जाता है। इस वीजा के तहत आप सिर्फ उसी कंपनी के एम्प्लॉई रह सकते हैं और अमेरिका में जाकर दूसरे ऑफिस या बिजनेस में अप्लाई नहीं कर सकते।


EB-5 Visa – ये वीजा उन लोगों के लिए होता है जो अमेरिका के बिजनेस में इन्वेस्ट करना चाहते हैं। इसके तहत आपको आसानी से अमेरिका का ग्रीन कार्ड मिल सकता है।

ट्रम्प ने H1-B वीजा की कॉस्ट बढ़ा दी है जिसका सबसे ज्यादा नुकसान भारत को होगा क्योंकी हर साल लगभग 65 हजार वीजा भारतियों को मिलता है। लेकिन प्राइज बढ़ जाने की वजह से अब स्टूडेंट्स या यूथ्स इस वीजा का ज्यादा लाभ नहीं ले पाएंगे।