रीवा: इंद्रा नगर में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष, वर्चस्व की जंग ने लिया हिंसक मोड़, दो घायल
रीवा शहर के इंद्रा नगर क्षेत्र में रविवार शाम दो युवकों के गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर हुई हिंसक भिड़ंत ने पुलिस-प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। घटना में दोनों पक्षों के दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विवाद की शुरुआत सोशल मीडिया पर एक गुट द्वारा दूसरे गुट को ललकारने से हुई।

रीवा। शहर में नवयुवकों के बीच बढ़ती गुटबाजी अब आमजन के लिए खतरा बनती जा रही है। बीते रविवार की शाम शहर के बीचोंबीच स्थित इंद्रा नगर क्षेत्र में दो गुटों के बीच हुई खूनी भिड़ंत ने पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा दी है।
यह पूरा मामला समान थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्व सांसद स्व. चंद्रमणि त्रिपाठी के आवास के सामने स्थित एक बगीचे का है, जहां पुरानी रंजिश के चलते दो युवाओं के गुटों में जमकर मारपीट हुई। इस संघर्ष में दोनों पक्षों के दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना पर सीएसपी राजीव पाठक एवं समान थाना प्रभारी विजय सिंह बघेल तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित किया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विवाद की जड़ वर्चस्व की लड़ाई है, जिसमें एक गुट ने सोशल मीडिया पर दबदबा कायम रखने के लिए दूसरे पक्ष को ललकारा था।
इस हिंसक घटना में दोनों गुटों के लगभग 12 से अधिक युवक शामिल थे। कुछ चेहरे पुलिस के रडार पर हैं और उनकी तलाश की जा रही है। यह भी जांच की जा रही है।
अराजक तत्वों का अड्डा बन चुका है इंद्रा नगर का बगीचा
बताया जा रहा है कि यह बगीचा पिछले कई वर्षों से असामाजिक गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। यहां अक्सर देर रात तक शरारती तत्वों की भीड़ जुटती है, जो शराबखोरी से लेकर छोटे अपराधों तक में लिप्त रहते हैं।
रविवार को भी एक गुट बुलेट व बाइक पर सवार होकर बगीचे में पहुंचा था, जिसके कुछ ही देर बाद दूसरे गुट के सदस्य फोर व्हीलर से वहां आए। दोनों पक्षों में पहले तीखी बहस हुई, फिर बात मारपीट तक जा पहुंची।
चश्मदीदों के अनुसार, कुछ युवकों ने कथित तौर पर हथियार भी लहराए और गोली चलने की भी बात सामने आई, हालांकि पुलिस को घटनास्थल से गोली चलने के कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले हैं।
घायल युवक इलाजरत, गोली चलने की पुष्टि नहीं
दोनों पक्षों के घायल युवक फिलहाल संजय गांधी अस्पताल में इलाजरत हैं। डॉक्टरों की टीम ने प्रारंभिक जांच के बाद गोली लगने की पुष्टि नहीं की है। पुलिस का भी यही कहना है कि गोलीबारी की बात फिलहाल संदिग्ध है और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल्स और आसपास के चश्मदीदों से पूछताछ के जरिए पूरे मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।