पुतिन भारत आएंगे, भारतीय शेफ थाल सजाएंगे… लेकिन रूसी राष्ट्रपति छुएंगे भी नहीं! जानें क्या है कारण?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर गुरुवार 4 दिसंबर को भारत दौरे पर आ रहे हैं। उनके लिए भारत के सबसे बेस्ट शेफ्स को अपॉइंट किया गया, लेकिन फिर भी पुतिन ये खाना नहीं खाएंगे। जानें क्यों?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार 4 दिसंबर को भारत दौरे पर आ रहे हैं। कई चीजों को लेकर पुतिन का ये दौरा चर्चा में है, इसी में से एक खाना। इस बार चर्चा रूसी राष्ट्रपति केमेन्यू की नहीं, बल्कि उनके मेन्यू से दूरी की है। पुतिन के लिए भारत के सबसे बेस्ट शेफ्स को अपॉइंट किया गया, जो उनके लिए शानदार डिनर तैयार करेंगे। लेकिन, इसके बावजूद भी पुतिन इस खाने को छुएंगे भी नहीं बल्कि सिर्फ दूर से देखेंगे। अब आपके मन में सवाल आएगा ऐसा क्यों? तो इसकी वजह है रूसी राष्ट्रपति की सिक्योरिटी, जो दुनिया में सबसे सख्त मानी जाती है।
कौन बनाएगा पुतिन का लजीज डिनर?
दरअसल, व्लादिमीर पुतिन जब भी अपने देश से बाहर निकलते हैं, तो सिर्फ कूटनीतिक दल ही नहीं, बल्कि एक खास “फूड सिक्योरिटी टीम” भी साथ लेकर चलते हैं। यह टीम न सिर्फ खाना बनाती है, बल्कि हर सामग्री रूस से पैक होकर आती है। उनके विमान IL-96 के एक अलग कम्पार्टमेंट में रूसी त्वोरोग, हनी, आइसक्रीम, सूप और यहां तक कि बोतलबंद पानी भी सफर करता है। यह कोई लक्ज़री नहीं बल्कि एक कठोर सुरक्षा प्रोटोकॉल है।
यह सब पहली बार नहीं हो रहा है। साल 2014 में मुंबई के ताज होटल में पूरा फ्लोर रूसी सुरक्षा एजेंसी FSO ने अपने कब्जे में ले लिया था। उस दौरान किचन से भारतीय मसाले तक हटवा दिए गए थे। इसी तरह साल 2018 की भारत–रूस समिट के दौरान हैदराबाद हाउस के किचन में रूसी शेफ ने अपना स्टोव लगाया था, जबकि राष्ट्रपति भवन में बनी बिरयानी और गलौटी कबाब untouched रह गए थे—पुतिन ने सिर्फ अपना रूसी सलाद और त्वोरोग ही खाया।
क्या पुतिन को भारतीय शेफ पर भरोसा नहीं?
बात भरोसे की नहीं, ज़िंदगी की सुरक्षा की है। FSO के पूर्व अधिकारी आंद्रेई सोल्दातोव बताते हैं किसाल 2001 से ही पुतिन के साथ एक Portable Food Lab विदेश जाती है। वहां हर डिश की स्पेक्ट्रोमीटर से जांच होती है। फ्रांस के वर्साय पैलेस से लेकर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के प्लोव तक दुनिया में कोई भी विदेशी भोजन पुतिन के प्लेट तक नहीं पहुंचता। रूस में उनके लिए बना विशेष फार्म भी किसी जासूसी फिल्म जैसा है। गायों की 24 घंटे निगरानी, सब्जियों की सुरक्षा, हर उत्पाद पर ट्रैकिंग और यही सब दुनिया भर में यात्रा करता है।
तो जब आज शाम पुतिन दिल्ली लैंड करेंगे, भारतीय शेफ चाहे कितने भी लाजवाब व्यंजन तैयार कर लें, उनका किरदार सजावट भर रह जाएगा। वास्तविक डिनर वही होगा जो हजारों किलोमीटर दूर से पुतिन के साथ आया है।
Varsha Shrivastava 
