भारत- पाक मैच फिर गरमाया, मुनीबा के आउट होने पर बवाल
पाकिस्तान की ओपनर मुनीबा अली रनआउट हुईं. उनके रनआउट होने को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. जानिए किन नियमों के तहत उन्हें आउट दिया गया.
भारत पाकिस्तान का मैच हो और उसमें विवाद न हो, ऐसा शायद ही कभी होता है. नया मामला महिला वर्ल्ड कप से जुड़ा है. जो कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गया. इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में फिर से बवाल हुआ. मैच तो भारत ने एकतरफा 88 रनों से जीत लिया, लेकिन इस जीत से ज्यादा चर्चा पाकिस्तान की ओपनर मुनीबा अली के आउट पर मचे विवाद की हो रही.
पाकिस्तान की ओपनर मुनीबा रनआउट हुईं, रिप्ले में दिखा कि मुनीबा का बल्ला पहले तो क्रीज के अंदर था, लेकिन गेंद स्टंप्स से टकराते वक्त बल्ला हवा में उठा हुआ था. थर्ड अंपायर ने पहले आधे रिप्ले पर नॉट आउट दिया, लेकिन पूरी फुटेज देखने के बाद फैसला पलटा और मुनीबा को आउट करार दिया. यही वह पल था जब मैदान पर तनाव बढ़ गया.
पाकिस्तानी कप्तान की नाराजगी
अंपायर के फैसले के बाद मुनीबा निराश होकर पवेलियन लौटीं और इस दौरान जाते जाते अंपायर से बात करती भी नजर आईं. बाउंड्री लाइन पर खड़ी पाकिस्तानी कप्तान फातिमा सना ने भी फैसले पर असहमति जताई. लेकिन अंपायर ने साफ कर दिया कि नियम के मुताबिक, बल्ला या शरीर का कोई हिस्सा जमीन पर क्रीज में न हो तो बल्लेबाज आउट होता है.
भारतीय जीत और जश्न
विवाद से इतर अगर खेल की बात करें तो भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा. हरलीन देओल ने 46 रन की अहम पारी खेली, जबकि ऋचा घोष ने अंत तक नाबाद 35 रन जोड़े. भारत ने 50 ओवर में 247 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान की टीम सिदरा अमीन की 81 रन की मेहनती पारी के बावजूद 43 ओवर में 159 रन पर सिमट गई.
क्या कहते हैं नियम
प्लेइंग कंडीशंस से जुड़े नियम 30 के अनुसार, अगर कोई बल्लेबाज अपने क्रीज से बाहर है और उसका बल्ला भी क्रीज में नहीं है तब वह आउट है. कोई बल्लेबाज अगर अपनी क्रीज की तरफ दौड़ रहा है या डाइव लगा रहा है तब अगर वह या उसका बल्ला क्रीज में है तब वह आउट नहीं होगा.
भारत-पाकिस्तान तनातनी का नया अध्याय
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट राइवलरी की यह एक और कहानी बन गई. जहां मैदान पर खिलाड़ियों ने पूरा दमखम दिखाया, वहीं अंपायर के फैसले ने पाकिस्तान को खटकने वाली नई बहस छेड़ दी. लेकिन आखिरकार जीत भारतीय टीम की झोली में गई और एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान को मात देकर जता दिया कि बड़े मौकों पर दबदबा किसका है.
shivendra 
