Public Vani Exclusive: झूठे गैंगरेप की पूरी कहानी, CCTV फुटेज से खुली नाबालिग की पोल, जानें पूरा सच!
रीवा में एक नाबालिग लड़की द्वारा लगाए गए सनसनीखेज गैंगरेप के आरोप झूठे साबित हुए हैं। सीसीटीवी फुटेज और पड़ताल से पता चला कि लड़की ने वार्डबॉय महेंद्र और अन्य युवकों पर मनगढ़ंत आरोप लगाए थे, जबकि वह खुद महेंद्र से मिलने गई थी और पकड़े जाने के डर से बेहोशी का नाटक किया। मेडिकल रिपोर्ट्स में भी रेप की पुष्टि नहीं हुई है, जिससे महेंद्र और अन्य निर्दोष युवकों को फँसाने की साजिश का खुलासा हुआ।

पहले वार्डबॉय को मैसेज किया, फिर उसको अपनी फोटोज भेजी, रात को मिलने की जिद की और जब सच्चाई माँ के सामने आई तो वार्डबॉय पर ही रेप का इल्जाम लगा दिया. हद तो तब हो गयी जब मदद करने आये 2 युवकों सहित डॉक्टर पर भी गैंग रेप का आरोप लगा दिया गया. ये पूरी प्लानिंग और किसी ने नहीं बल्कि 17 साल की एक नाबालिग लड़की ने की.
क्या है पूरा मामला..?
दरअसल हाल ही में रीवा से एक नाबालिग के साथ गैंग रेप का मामला सामने आया था जिसमें नाबालिग द्वारा 5 युवकों. जिनमें महेंद्र, मनीष, विकास, हर्ष और सुरेन पर गैंग रेप का आरोप लगाया गया था. बता दें कि नाबालिग की माँ 25 दिनों से रीवा के संजय गांधी हॉस्पिटल में भर्ती थी. वो अपने कान का इलाज करने के लिए गई थी.. 6 तारीख को नाबालिग अपनी माँ को देखने के लिए हॉस्पिटल आती है.. और अटेंडर के तौर पर हॉस्पिटल में रुक जाती है. 9 तारीख को नाबालिग की माँ को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज मिलने वाला था. की 8 तारीख की रात नाबालिग के साथ गैंग रेप हो जाता है. ऐसा हम नहीं कह रहे.. बल्कि कहना है नाबालिग और उसके परिवार वालों का. जैसे ही बात सामने आती है पूरे रीवा शहर और मीडिया में इसे लेकर विरोध होने लगता है और नाबालिग को न्याय दिलाने की मांग की जाती है..
पब्लिक वाणी से पीडिता ने कहा..
इस मामले की पुष्टि के लिए जब पब्लिक वाणी की टीम ने पीड़िता से पूछताछ की ? तो नाबालिग ने कहा..
जैसे ही घटना सामने आई पुलिस ने तीनों आरोपी मनीष, महेंद्र और विकास को धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया.. शुरुआत में हमें भी लगा कि नाबालिग के साथ गलत हुआ है.. लेकिन जब हमने इस केस की पड़ताल की तो कुछ और ही सामने निकल कर आया.. दरअसल हमें कई सीसीटीवी फुटेज मिले जिसने इस केस को ही उल्ट कर रख दिया..
महेंद्र कॉल पर विकास से बात करता हुआ..
महेंद्र और नाबालिग साथ चलते हुए..
नाबालिग की माँ और भाई बाइक पर बिठाते हुए..
अगर इन फुटेज को ध्यान से देखा जाए तो ये साफ दिख रहा है कि नाबालिग खुद महेंद्र से मिलने जा रही है.. इसके अलावा हमें कुछ और भी फुटेज मिले हैं जिसमें वो महेंद्र के साथ जा रही है.. तीसरे फुटेज में आपको दिखेगा कि महेंद्र उसे वापस जाने को कह रहा है.. पूरे फुटेज में आपको ऐसा कहीं नहीं लगेगा कि लड़की नशे की हालत में है या उसे जबरन ले जाया जा रहा है.. एक और फुटेज हमने निकाला जिसमें लड़की अपनी माँ को देखते ही बेहोश हो जाती है.. अब सच में बेहोश होती है या एक्टिंग कर रही है.. इसका अंदाजा आप खुद लगा लीजिए..
माँ को देख कर किया बेहोशी का नाटक
लड़की को बेहोश होता देख उसकी माँ और भाई उसे उठाते हैं और एक बाइक से लिफ्ट मांगते हैं. बीच में 2 और बाइक सवार उस लड़की के बारे में पूछते हैं... और फिर लड़की को हॉस्पिटल ले जाया जाता है. इस केस की हमने जब पड़ताल की तो हमें पता चला कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है... इस केस की शुरुआत होती है तब जब लड़की पहली बार हॉस्पिटल आती है.वह महेंद्र को देखती है, फिर हॉस्पिटल में लगे लिस्ट से उसका नंबर निकालती है... उसे मैसेज करती है और कुछ दिनों तक इनकी बात होती है. 9 तारीख को डिस्चार्ज से पहले वह महेंद्र से मिलने की ज़िद करती है और रात को 1 बजे के करीब उसे कॉल करती है. रात के 1:15 बजे लड़की हॉस्पिटल से महेंद्र से मिलने के लिए निकलती है. बीच रास्ते में महेंद्र मिलता है, दोनों साथ चलते हैं... फिर डेढ़ बजे के आस-पास विकास कॉल करता है. कि लड़की को उसके घरवाले ढूंढ रहे हैं... क्या वह तेरे पास है. इतने में महेंद्र डर जाता है और उसे वापस भेज देता है... लड़की वापस हॉस्पिटल आती है और जैसे ही अपने घरवालों को देखती है तो बेहोश होने का नाटक करती है. 1:41 बजे वह हॉस्पिटल के गेट के सामने बेहोश होती है और फिर उसे हॉस्पिटल लाया जाता है... इस तरह देखा जाए तो पूरे ही टाइमलाइन में लड़की किसी रूम में नहीं जाती और न ही उसके साथ कोई दूसरे लड़के दिखते हैं. महेंद्र भी उसे घर ले जा रहा था... लेकिन उससे पहले ही विकास का कॉल आ जाता है और वह उसे वापस भेज देता है.
मेडिकल रिपोर्ट्स में रेप का जिक्र नहीं..
कुल मिलाकर देखा जाए तो लड़की के साथ रेप हुआ ही नहीं है... क्योंकि जो मेडिकल रिपोर्ट्स आए हैं... उसमें भी रेप का कोई ज़िक्र है ही नहीं... लेकिन सवाल यह है कि जब लड़की के साथ कुछ हुआ ही नहीं तो उसने यह आरोप क्यों लगाया? जब उसे सिर्फ महेंद्र लेकर गया था, वह भी उसी के कहने पर तो फिर उसने 4 और आरोपियों का नाम क्यों लिया? साथ ही क्या इस मामले में सिर्फ लड़की ज़िम्मेदार है या फिर उसका परिवार भी शामिल है? हालाँकि इसका जवाब तो खुद लड़की ही दे पाएगी. जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक महेंद्र को जेल में रखा गया है. और बाकी के 2 आरोपियों को मुक्त कर दिया गया है. वहीं नाबालिग के ऊपर कोई भी कार्रवाई फिलहाल नहीं की गई है. महेंद्र की सिर्फ यह गलती थी कि वह नाबालिग की बातों में आ गया और उसे लेकर घर जा रहा था. भले ही महेंद्र ने रेप नहीं किया लेकिन फिर भी किसी नाबालिग को घर ले जाने की वजह से उसे जेल में डाला गया है...
अगर सच्चाई सामने न आती तो जाहिर है कि महेंद्र और 4 युवकों को उस जुर्म के लिए आजीवन कारावास की सजा हो जाती जो उन्होंने कभी किया ही नहीं. अगर नाबालिग की जगह किसी लड़के ने झूठा आरोप लगाया होता तो आज वह जेल में सजा काट रहा होता. हमारे कानून में लड़कियों को लेकर जितनी छूट दी गई है. शायद उसी का नतीजा है कि आज लड़कियाँ इसका गलत इस्तेमाल कर रही हैं. आपको ऐसे कई केस मिल जाएंगे जिसमें लड़कियाँ पहले अपनी मर्ज़ी से रिश्ते बनाती हैं, फिर बाद में उसे रेप का नाम दे देती हैं. और जिंदगी खराब होती है उस आदमी की जिसकी पूरी गलती थी भी नहीं.