रीवा में बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर ने मांगी रिश्वत, लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा

रीवा जिले में लोकायुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बिजली विभाग के कनिष्ठ यंत्री किशोर त्रिपाठी और एक निजी सोलर कंपनी के कर्मचारी प्रमोद द्विवेदी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।

रीवा में बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर ने मांगी रिश्वत, लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा

लोकायुक्त संगठन द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में रीवा लोकायुक्त टीम ने सोमवार, 9 अक्टूबर 2025 को शहर में एक ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें बिजली विभाग के एक जूनियर इंजीनियर और एक निजी कर्मचारी को ₹10,000 रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।

क्या है मामला?

सीधी जिले के रहने वाले लकी दुबे नामक युवक ने रीवा लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी कि उसने शहर में तीन जगहों पर सोलर पैनल लगाने का काम किया है।

इसके बाद मीटर कनवर्जन से संबंधित फाइलों में हस्ताक्षर के एवज में विद्युत विभाग के कनिष्ठ यंत्री किशोर त्रिपाठी और निजी सोलर एजेंसी से जुड़े प्रमोद द्विवेदी द्वारा उससे प्रति फाइल 6000 रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी, यानी कुल 18,000 रुपये।

आरोपी- किशोर त्रिपाठी एवं प्रमोद द्विवेदी

शिकायत मिलने पर लोकायुक्त रीवा के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पाटीदार ने टीम को सत्यापन के निर्देश दिए। शिकायत सही पाए जाने पर 9 अक्टूबर को ट्रैप की योजना बनाई गई।

कैसे हुई कार्रवाई?

निर्धारित योजना के अनुसार, जैसे ही शिकायतकर्ता ने आरोपी को 10,000 रुपये की रिश्वत दी, लोकायुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। यह पूरी कार्रवाई रीवा के मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के कार्यपालन यंत्री कार्यालय स्थित आरोपी के कक्ष में हुई।

गिरफ्तार आरोपी:

  • किशोर त्रिपाठी – कनिष्ठ यंत्री, बिजली विभाग
  • प्रमोद द्विवेदी – निजी सोलर कंपनी से जुड़ा कर्मचारी

टीम में शामिल अधिकारी:

ट्रैप का नेतृत्व निरीक्षक उपेंद्र दुबे ने किया। उनके साथ निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया, प्रधान आरक्षक सुरेश कुमार, आरक्षक मुकेश मिश्रा, शिवलाल प्रजापति, पवन पांडेय, लवलेश पांडेय, मनोज मिश्रा और जितेंद्र सिंह जैसे अधिकारी शामिल रहे।

लोकायुक्त का संदेश:

लोकायुक्त संगठन ने साफ कहा है कि किसी भी विभाग में रिश्वतखोरी की सूचना मिलने पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी। आम जनता से भी अपील की गई है कि वे बिना डर के भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज कराएं।