विन्ध्य चेम्बर: 10 दिन शेष, 1429 में सिर्फ 600 के ही जमा हुए सदस्यता शुल्क
सतना | अंचल की शीर्ष व्यापारिक संस्था विन्ध्य चेम्बर की मौजूदा कार्यकारिणी द्वारा जानकारी दुरस्त करने अभियान चला कर नये सिरे से सदस्यता फार्म लेने की व्यवस्था ने क्या संस्था की भारी भरकम मतदाता सूची में झाड़ू फेर दिया है यह चर्चा अब व्यापारिक हल्कों में होने लगी है। इन चर्चाओं को चेम्बर में पिछले दो तीन सालों से मतदाता सूची में शामिल सदस्यों की फीस जमा न होने के सामने आए आंकड़ों से भी हवा मिल रही है।
एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या पिछले दो दशकों से संस्था का प्रमुख पद हथियाने के लिये सदस्य बनाने वाले नियमों को शिथिल किया जाता रहा है। सवाल उठना लाजिमी भी है क्योंकि 1429 मतदाता वाली संस्था में अब तक करीब 12 सौ ने ही फार्म जमा कराने में रुचि ली है। यही नहीं सदस्यता शुल्क जमा होने की आखिरी तारीख 15 जनवरी है और अब तक सिर्फ 6 सौ के करीब ने ही शुल्क जमा कराया है।
चेम्बर सूत्रों का कहना है कि 2018-19 के लिये जब मतदान हुए थे उस समय मतदाता सूची में 1229 नाम थे। हालांकि इसके पहले के चुनाव में यह संख्या 15 सौ के ऊपर थी पर उस समय फर्जी मतदाता बनाने के आरोप के बाद तब की कार्यकारिणी ने अगले चुनाव में इस संख्या को आश्चर्यजनक रूप से करीब 400 सदस्य घटा दिये थे। इसके बाद मौजूदा कार्यकारिणी में नये बने सौ सवा सौ सदस्यों के साथ कुल सदस्य संख्या 1429 तक पहुंची। इनमें पिछले सदस्य के उन 84 में कुछ लोग शामिल हैं जिनके प्रवेश शुल्क व सदस्यता शुल्क गायब हैं तो 2018-20 की मतदाता सूची में शामिल रहे 91 उनके नाम भी हैं जिनकी सदस्यता फीस जमा नहीं पाई गई।
सौ सवा सौ नये सदस्य भी हैं जिनके फार्म पहले से ही भरे हुए हैं। इधर जुलाई 2019 की वर्षिक आमसभा में फर्जी मतदाता वाला चैप्टर बंद करने और फर्जी सदस्यों को बाहर करने नये सिरे से फार्म मंगाने का निर्णय हुआ। अक्टूबर 19 से सदस्यों के यहां फार्म भेजे गये। लोगों ने फार्म भरकर जमा भी कराये। कोरोना के चलते इस कार्य में देरी भी हुई और तय समय पर चुनाव भी नहीं हुए। सूत्रों का कहना ऐसा लगता है कि जिस तरह से सदस्यों द्वारा फार्म और सदस्यता शुल्क जमा कराने में अरुचि दिखाई जा रही है मतदाता सूची काफी छोटी रह जाने वाली है।
संस्था की सत्र 2020-22 की सदस्यता शुल्क नवीनीकरण किए जाने का निर्णय चेम्बर की 31 अक्टूबर, 2020 की कार्यकारिणी समिति की बैठक में 16 नवम्बर, 2020 से 15 जनवरी, 2021 तक सदस्यता शुल्क लिए जाने का निर्णय लिया गया था। जिसके तहत संस्था के सदस्यों एवं सहयोगी संस्थाओं का शुल्क चेम्बर कार्यालय में जमा किया जा रहा है। चेम्बर महामंत्री ऋषि अग्रवाल ने बताया कि चेम्बर का द्विवार्षिक सदस्यता शुल्क फर्म/संस्था का विन्ध्य चेम्बर आॅफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज, सतना के नाम 1180 रुपये का रेखाकिंत चेक देय होगा। सूत्रों का कहना है कि संस्था पदाधिकारी अभी भी इस बात को लेकर आशान्वित हैं कि आखिरी तारीख तक सभी के सदस्यता शुल्क जमा हो जाएंगे। वैसे माना जा रहा है कि यदि नियत समय तक सभी के शुल्क जमा नहीं हुए तो इस तारीख को मजबूरी में कुछ आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
चेम्बर में हर समय लोग सदस्यता शुल्क व अन्य जानकारी आखिरी समय में देते रहे हैं। हमे विश्वास है कि 15 जनवरी तक सभी सदस्यों के फार्म व सदस्यता शुल्क जमा हो जाएंगे। यदि नहीं जमा हुए तो कार्रकारिणी अगले कदम का निर्णय लेगी।
द्वारिका गुप्ता
अध्यक्ष विन्ध्य चेम्बर