पोषण आहार के नाम पर सड़ा गला अनाज, पैरों से रौंद कर तैयार हो रहा गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए दलिया और पंजीरी

गंभीर लापरवाही का खुलासा, वायरल वीडियो ने खोली पोल

पोषण आहार के नाम पर सड़ा गला अनाज, पैरों से रौंद कर तैयार हो रहा गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए दलिया और पंजीरी

ऋषभ पांडेय 

रीवा जिले के पहाड़िया में संचालित टीएचआर प्लांट में पोषण आहार के नाम पर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बता दे यहां पर पैरों से रौंद कर सड़े गले अनाज से पोषक आहार बनाने का वीडियो सामने आया है। इसी तरह के और भी कई वीडियो सामने आए हैं, बता दे यह टेक होम राशन प्लांट है, जो आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए पोषण आहार तैयार करता है,वीडियो में जहां एक तरफ अनाज को पैरों से मशीन में भरा जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ अनाज सड़ा गला और काफी खराब किस्म का भी नजर आ रहा है। पूरे मामले की मौखिक शिकायत जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल से की गई है, जिसके बाद कलेक्टर ने सीईओ को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। पहाड़िया टीएचआर प्लांट, रीवा, मध्य प्रदेश में एक टेक होम राशन प्लांट है, जो आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए पूरक पोषण आहार तैयार करता है।

यह प्लांट विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और बच्चों के लिए पोषण प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया है। पहाड़िया टीएचआर प्लांट, जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से वितरित किए जाने वाले टेक होम राशन  का उत्पादन करता है।  टीएचआर गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और बच्चों के लिए एक पूरक पोषण आहार है, जो कुपोषण से निपटने में मदद करता है। यह प्लांट, स्थानीय महिलाओं द्वारा संचालित किया जाता है और इसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और समुदाय में पोषण के स्तर में सुधार करना है। 

पूरे विंध्य क्षेत्र आंगनवाड़ियो में भेजा जाता पोषण आहार

बताया जा रहा है की पहाड़िया स्थित टेक होम राशन प्लांट को स्थानीय महिला समूह द्वारा बड़े पैमाने पर संचालित किया जाता है. इस प्लांट में तैयार हो रहा पोषण आहार रीवा संभाग के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को सप्लाई किया जाता है,टेक होम राशन प्लांट का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण के साथ उन्हें रोजगार और पोषण आहार उपलब्ध कराना है,वहीं प्लांट की देखरेख जिला पंचायत करता है,लेकिन गुरुवार को वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। 

कलेक्टर ने दिए जांच करने के निर्देश

गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए एक पूरक पोषण आहार है, जो कुपोषण से निपटने में मदद करता है. यह प्लांट, स्थानीय महिलाओं द्वारा संचालित किया जाता है और इसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और समुदाय में पोषण के स्तर में सुधार करना है. इस पूरे मामले में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि पहाड़िया टीएचआर प्लांट से संबंधित मामला सामने आया है. मैं जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दे रही हूं कि वो खुद मौके पर जाकर निरीक्षण करें और स्थिति का जायजा लें. वहां किस तरह का पूरक पोषण आहार निर्मित किया जा रहा है और किस तरह के अनाज का उपयोग किया जा रहा है,इसका संचालन अभी वर्तमान में जिला पंचायत के द्वारा किया जा रहा है। 

पोषण आहार में भारी लापरवाही 

वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजसेवी बीके माला ने इस कृत्य को शर्मनाक बताते हुए कहा कि खाद्य सुरक्षा के मानकों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दलिया और पंजीरी जैसी सामग्रियों में गुणवत्ताहीन सामग्री मिलाई जा रही है। माला ने कहा कि पोषण आहार की तैयार प्रक्रिया में न केवल ध्यानहीनता है, बल्कि इसमें मिलावट भी की जा रही है। दाल और सोयाबीन जैसी प्रोटीनयुक्त चीज़ों की मात्रा घटाकर गेहूं की मात्रा बढ़ाई जा रही है और महंगे तत्व बाजार में बेचे जा रहे हैं। समाजसेवी के अनुसार, इस तरह का भोजन गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए बेहद नुकसानदेह है और इससे कुपोषण के मामले बढ़ सकते हैं। उन्होंने प्लांट इंचार्ज सहित संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।