नवरात्रि में नशा मुक्ति का संकल्प, दुर्गा पंडालों में पहुंचेगा जागरूकता रथ
नवरात्रि के पावन अवसर पर रीवा में पुलिस और गायत्री परिवार ने मिलकर समाज में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति के खिलाफ एक विशेष रथ अभियान की शुरुआत की। यह रथ नौ दिनों तक शहर के विभिन्न दुर्गा पंडालों में जाकर लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ दिला रहा है।
नवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर जहां एक ओर पूरा शहर देवी माँ के स्वागत में भक्ति और उल्लास से सराबोर है, वहीं दूसरी ओर रीवा पुलिस और गायत्री परिवार ने मिलकर समाज में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति के खिलाफ एक सराहनीय पहल की है।
नशे से युवाओं को दूर रखने और जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक नशा विरोधी रथ की शुरुआत की गई है, जो विभिन्न दुर्गा पंडालों में जाकर लोगों को नशामुक्ति की शपथ दिला रहा है।यह अभिनव अभियान सोमवार को गायत्री मंदिर परिसर से विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया
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रथ को विद्वानों और पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ नवरात्रि के नौ दिनों तक शहर के विभिन्न दुर्गा पंडालों का भ्रमण करेगा और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करेगा। रथ के माध्यम से हर पंडाल में युवाओं एवं श्रद्धालुओं को नशा छोड़ने की प्रेरणा दी जाएगी।
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कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को शपथ दिलाई जाएगी कि वे स्वयं नशे से दूर रहेंगे और अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। वही रथ में लगे ऑडियो-विजुअल माध्यम, स्लोगन, पोस्टर, और साहित्य के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि नशा न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह सामाजिक और पारिवारिक जीवन को भी प्रभावित करता है।
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CSP राजीव पाठक ने कहा कि भी आज के समय में युवा वर्ग नशे के नए-नए रूपों की ओर आकर्षित हो रहा है, जिसमें मेडिकल ड्रग्स का दुरुपयोग प्रमुख है। इस रथ अभियान का उद्देश्य युवाओं को जागरूक करना और नशा मुक्त समाज की नींव रखना है। यह सिर्फ पुलिस या किसी संगठन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि पूरे समाज को इसमें भागीदार बनना होगा।
Saba Rasool 
