पब्लिक वाणी की खबर का असर, कार्यपालन यंत्री निलंबित! चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने टेंडर में बदले थे रेट

जल जीवन मिशन में घोटाला उजागर होने के बाद मुरैना में पदस्थ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री एस.एल बाथम को निलंबित कर दिया गया है। उन पर चहेते ठेकेदारों को उपकृत करने के लिए टेंडर की राशि में छेड़छाड़ करने का आरोप है।

पब्लिक वाणी की खबर का असर, कार्यपालन यंत्री निलंबित! चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने टेंडर में बदले थे रेट

जल जीवन मिशन में घोटाला उजागर होने के बाद मुरैना में पदस्थ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री एस.एल बाथम को निलंबित कर दिया गया है। उन पर चहेते ठेकेदारों को उपकृत करने के लिए टेंडर की राशि में छेड़छाड़ करने का आरोप है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय ग्वालियर रहेगा यह कार्रवाई पब्लिक वाणी में प्रकाशित खबर के बाद की गई है। पब्लिक वाणी न्यूज पेपर ने 4 जुलाई के एडिशन में चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए एग्जीयूटिव इंजीनियर ने टेंडर में बदले रेट नाम से खबर प्रकाशित की थी जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।

ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए रेट में की हेराफेरी

पीएचई के एक कार्यपालन यंत्री (ईई) ने चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए ई-टेंडर में मिले रेट में हेराफेरी की। इतना ही नहीं, सीपेट की फर्जी रिपोर्ट के आधार पर ठेकेदार को करोड़ों के पेमेंट भी कर दिए। इस आधार पर चीफ इंजीनियर आरएलएस मौर्य ने तत्कालीन प्रमुख अभियंता के.के सोनगरिया को पत्र लिख कर जिम्मेदार ईई को सस्पेंड करने और मामले की विस्तृत जांच कराने का अनुरोध किया ।

सरकारी धन और पद का किया दुरुपयोग

मामला मुरैना जिले का है। परियोजना मंडल चंबल संभाग के अधीक्षण यंत्री की ओर से प्रस्तुत शुरुआती जांच रिपोर्ट के मुताबिक पीएचई ने 21 जनवरी 2022 को मुरैना के ग्राम टिकटोली टूमदार में रेट्रोफिटिंग योजना के तहत जल जीवन मिशन में 346.46 लाख रुपए का टेंडर जारी किया था। ब्लॉक लेवल पर प्रभारी कार्यपालन यंत्री (क्रिएटर) संतोषी लाल बाथम ने 11 अप्रैल 2022 को निविदा खोली थी। इसमें दंडोतिया कंस्ट्रक्शन कंपनी ने तय रेट से 16.11 फीसदी कम, मंगल दास बोरवेल ने 18.11 प्रतिशत कम और दीनदयाल तिवारी ने 17.50 फीसद कम दर पर काम करने का ऑफर दिया था।

न्यूनतम ऑफर मंगल दास बोरवेल का था, लेकिन एसएल बाथम ने कूट रचना कर दीनदयाल तिवारी की 17.50 प्रतिशत कम दर को 19.49 फीसदी बिलो कर दिया। इस तरह वह न्यूनतम बोलीकर्ता हो गया। इसके बाद उससे अनुबंध कर लिया और वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया। यह प्रोजेक्ट अभी चल रहा है और ठेकेदार फर्म को 1.73 करोड़ से अधिक का भुगतान किया जा चुका है। इस तरह प्रभारी ईई एसएल बाथम ने सरकारी धन और पद का दुरुपयोग किया।