जांबाज जवान ने जान जोखिम में डालकर,कुएं में उतरकर वृद्ध निकाला बाहर

मऊगंज जिले के खटखरी गांव में एक 75 वर्षीय वृद्ध सूखे और बिना मुंडेर वाले कुएं में गिर गया, जिसे बचाने के लिए 10 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। जहरीली गैस और संकीर्ण कुएं के कारण कई प्रयासों के बाद भी सफलता नहीं मिली, लेकिन जांबाज सिपाही दीपक रावत ने साहस दिखाते हुए वृद्ध को सकुशल बाहर निकाला। यह दुर्घटना प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा आदेशों की अनदेखी के कारण हुई, जिसे समय रहते पालन किया जाता तो हादसा टाला जा सकता था।

जांबाज जवान ने जान जोखिम में डालकर,कुएं में उतरकर वृद्ध निकाला बाहर

मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खटखरी गांव में एक संकीर्ण सूखे कुएं में गिरे वृद्ध को कलेक्टर एवं एसपी की मौजूदगी में 10 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एसडीईआरएफ एवं पुलिस टीम के सहयोग से एक जांबाज पुलिस जवान ने साहस का परिचय देते हुए कुएं में उतरकर वृद्ध को सकुशल बाहर निकालने में सफलता हासिल। इस 10 घंटे के अंतराल में उमस भरी भीषण गर्मी के बीच एक 75 वर्षीय वृद्ध की जान खतरे में फंसी रही।
बता दे की मऊगंज जिले के खटखरी गांव स्थित कुशवाहा बस्ती में शुक्रवार की दोपहर एक 75 वर्षीय वृद्ध रामगोपाल कुशवाहा विना मुड़ेर वाले सूखे गहरे कुएं में अचानक पैर फिसलने के कारण गिर गया। 
पहले ग्रामीणों द्वारा वृद्ध को सकरे सूखे गहरे कुएं से निकलने का प्रयास किया गया जब सफलता हासिल नहीं हुई तो पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी गई। घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस जब वृद्ध को कुएं से निकलने में असफल रहे तो घटना की जानकारी जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को दी गई।जानकारी मिलते ही कलेक्टर मऊगंज संजय कुमार जैन एवं पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार सोनी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह परिहार सहित दल बल के साथ मौके पर पहुंचे।
जिला प्रशासन द्वारा कुएं में गिरे वृद्ध को निकालने के लिए एसडीईआरएफ टीम को रीवा से बुलाया गया तब तक शाम हो गई।

प्रशासनिक अधिकारियों के मौजूदगी में एसडीईआरएफ एवं पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा रेस्क्यू प्रारंभ किया गया लेकिन कुआं में जहरीली मिथाइल गैस होने के कारण कई घंटे के प्रयास के बाद भी सफलता हाथ नहीं लगी। इस दौरान वृद्ध को सकुशल कुएं से निकलने के लिए दोबारा दोहरा रेस्क्यू प्रारंभ किया गया।पुलिस एवं एसडीईआरएफ की संयुक्त टीम द्वारा युक्त संकीर्ण सूखे कुएं के बगल से जेसीबी मशीन के द्वारा सुरंग बनाने का कार्य प्रारंभ हुआ वहीं मेडिकल टीम की सलाह अनुसार कुआं के अंदर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई। कई बार पुलिस एवं आपदा प्रबंधन टीम के जवान कुआं में उतारने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे। यह सब होते रात करीब 10:30 बज गए। वृद्ध की जान बचाने में कलेक्टर एवं एसपी स्वयं मोर्चा संभाले रहे अधिकारियों की उपस्थिति जांबाज पुलिस जवानों के लिए हौसला बढ़ाई। इस दौरान दीपक रावत नामक पुलिस जवान साहस का परिचय देते हुए अपनी स्वेच्छा से रस्सी के सहारे 25 फीट गहरे कुएं में उतरा और अपने जान की परवाह न करते हुए 75 वर्षीय वृद्ध को एसडीईआरएफ एवं पुलिस जवानों की मदद से सकुशल बाहर निकाला। कुएं में गिरे वृद्ध को करीब 10 घंटे बाद सकुशल बाहर निकलने में मिली सफलता से मौके पर उपस्थित सभी अधिकारियों एवं पुलिस तथा आपदा प्रबंधन टीम के जवानों ने राहत की सांस ली। 
इस दौरान मौके पर उपस्थित चिकित्सकों द्वारा वृद्ध का मेडिकल परीक्षण किया गया जिनके द्वारा बताया गया कि हालत सामान्य है, फिर भी जिला प्रशासन के निर्देश पर वृद्ध को अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों एवं स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार वृद्धि की हालत सामान्य बताई गई है।

खटखरी में इस तरह घटी दुर्घटना-

 मऊगंज जिले के खटखरी गांव निवासी 75 वर्षीय वृद्ध रामगोपाल कुशवाहा शुक्रवार की दोपहर घर से निकला था। 
जब वृद्ध घर नहीं पहुंचा तो घर वाले इधर-उधर ढूंढने लगे और जब कुएं में देखा तो बुजुर्ग संकीर्ण गहरे सुखे कुएं के अंदर गिरा दिखा। परिजनों द्वारा ग्रामीणों को सूचना दी गई। ग्रामीण जनों ने पुलिस एवं तहसीलदार हनुमना को सूचित किया। राजस्व अमला पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचा।  जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में कुआं में गिरे वृद्ध को निकलने का प्रयास प्रारंभ किया गया। रेस्क्यू के दौरान अंधेरी रात और उमस भरे मौसम के कारण टीम को समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन मऊगंज जिला पुलिस टीम एवं एसडीईआरएफ के जवानों ने एक बार फिर योजना बनाकर आगे बढ़े तो पीछे लौट कर नहीं देखा अंततः कई घंटे की कड़ी मस्कत एवं जान की बाजी लगाकर कुआं में उतरे जांबाज सिपाही दीपक रावत की मेहनत रंग लाई और वृद्ध को सकुशल कुआं से बाहर निकाल लिया गया। 

प्रशासनिक आदेश का नहीं हुआ था पालन, जिसके कारण घटी दुर्घटना-

मऊगंज जिले के हनुमना जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खटखरी में बिना मुंडेर वाले गहरे सूखे कुएं में वृद्ध गिर गया जिसके कारण करीब 10 घंटे तक जिला प्रशासन से लेकर पूरा अमला परेशान रहा। गनीमत रही की 10 घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद वृद्ध को सकुशल कुएं से निकाल लिया गया। 
लेकिन खटखरी ग्राम पंचायत में घटी दुर्घटना यह बताती है कि स्थानीय ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों एवं पटवारी तथा जनपद के जिम्मेदारों द्वारा अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया गया। यदि  एक वर्ष पूर्व शासन प्रशासन द्वारा जारी आदेश का स्थानीय स्तर के जिम्मेदार पालन किए होते और बिना पानी एवं मुड़ेर वाले वाले कुएं को सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्थित कर दिया जाता तो शायद शुक्रवार को घटी दुर्घटना जैसी इतनी बड़ी समस्या का सामना न करना पड़ता। लेकिन देखने में यहां आया कि अप्रैल 2024 में कलेक्टर मऊगंज द्वारा जारी किए गए आदेश का स्थानीय जिम्मेदारों ने तवज्जो नहीं दिया जिसका परिणाम रहा की 75 वर्षीय वृद्ध बिना मुंडेर वाली सूखे कुएं में पैर फिसलने के कारण गिर गया।

सुरक्षा की दृष्टि से बिना मुंडेर वाले कुआं एवं खुले बोरवेलों को बंद करने के थे निर्देश-

 कलेक्टर मऊगंज द्वारा अप्रैल 2024 में धारा 144 के अंतर्गत आदेश जारी किया गया था कि खुले में बोरवेल या पुराने अनुपयोगी कुएं या इस तरह के कोई भी संरचना हो जिसमें दुर्घटना होने की संभावना बनती हो उसमें सुरक्षात्मक तरीके से पूरी सुरक्षा के साथ उसको बंद किया जाए। ऐसी संरचना को  अच्छे से सील किया जाए।
 कलेक्टर द्वारा यह भी आदेश दिए गए थे कि कोई खुला हुआ बोरवेल हो या इस तरह का पुराना सूखा अनुपयोगी कुआं या बावड़ी हो इस टाइप की जो असुरक्षित हो या बिना मुंडेर वाले कुआं हो वहां मुंडेर बनवाई जाय और खुले बोरवेल को बंद किया जाए जिससे दुर्घटना से बचा जा सके। जिला प्रशासन द्वारा यह भी आम जनता से आग्रह किया गया था यदि इस तरह की कोई जानकारी आती है तो मऊगंज  जिला प्रशासन के संज्ञान में लाएं। साथ ही संबंधित क्षेत्र के जो राजस्व  एवं जनपद पंचायत विभाग के अधिकारी इस विषय पर विशेष ध्यान देवे जिससे दुर्घटना से बचा जा सके। लेकिन ग्राम पंचायत खटखरी के इस खतरे से भारी कुएं की ओर ना तो कुआं मालिक का ध्यान गया और ना ही राजस्व एवं जनपद के कर्मचारियों एवं अधिकारियों का, जिसके कारण इतनी बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा।