रीवा को मिलेंगे 26 नए फास्ट रिस्पॉन्स व्हीकल, 15 अगस्त से होगी लागू
रीवा जिले को आपात स्थितियों में त्वरित पुलिस सहायता के लिए 26 नए फास्ट रिस्पॉन्स व्हीकल (एफआरवी) मिलेंगे। यह सुविधा 15 अगस्त से शुरू होने वाली डायल 112 सेवा के तहत मिलेगी, जो डायल 100 की जगह लेगी। अब पुलिस की पहुंच तेज और अधिक प्रभावी होगी, खासतौर पर ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों तक।

रीवा। आपात स्थिति में पुलिस सहायता अब पहले से अधिक तेज़ और प्रभावी होगी। प्रदेश में पुलिस रिस्पॉन्स सिस्टम को आधुनिक और सशक्त बनाने के तहत रीवा जिले को 26 नए फास्ट रिस्पॉन्स व्हीकल (एफआरवी ) मिलेंगे।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त से डायल 112 सेवा की शुरुआत की जा रही है, जो डायल 100 की जगह लेगी। रीवा को फिलहाल 22 एफआरवी वाहन आवंटित थे, लेकिन नई व्यवस्था के तहत यह संख्या बढ़ाकर 26 कर दी गई है।
इससे न केवल पुलिस की पहुंच तेजी से सुनिश्चित होगी बल्कि ग्रामीण व दूरदराज क्षेत्रों में भी सेवा का विस्तार होगा बता दे डायल 100 में प्रयुक्त हो रहे अधिकांश वाहन तकनीकी रूप से पुराने और क्षतिग्रस्त हो चुके थे। इनकी गति सीमित होने के कारण अपराधियों का पीछा करना मुश्किल हो जाता था। परिणामस्वरूप अपराध स्थलों तक पुलिस की पहुंच में देरी हो रही थी,
जिसका फायदा असामाजिक तत्व उठा रहे थे। अब नई एफआरवी के आने से न केवल वाहन अत्याधुनिक होंगे बल्कि रफ्तार और भरोसेमंद तकनीक के साथ रिस्पॉन्स टाइम भी कम होगा।
नई FRV व्यवस्था का लाभ शहरी ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों को भी मिलेगा। शहर के अमहिया व ग्रामीण के सगरा, चोरहटा (नौबस्ता), मनगवां (मनिकवार चौकी) के साथ-साथ मऊगंज जिले के हनुमना थाना अंतर्गत हाटा चौकी को भी नए वाहन मिलेंगे। हर इलाके की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए वहां के लिए उपयुक्त वाहन भेजे जाएंगे। इससे पुलिस की पहुंच और निगरानी प्रणाली और बेहतर होगी।
चार शिफ्ट में तैनात होंगे पायलट, भर्ती प्रक्रिया जारी
नए वाहनों के साथ ही पुलिस विभाग ने चार शिफ्ट में ड्यूटी संचालन की योजना बनाई है, जिससे 24 घंटे निर्बाध सेवा मिल सके। वर्तमान में तीन शिफ्टों में ड्यूटी दी जा रही है, लेकिन नई प्रणाली लागू होते ही चौथी शिफ्ट भी जोड़ दी जाएगी।
इसके लिए पायलटों की संख्या बढ़ाई जा रही है और नई भर्ती प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है,हालांकि पुराने पायलटों को भी सेवाओं से हटाया नहीं जाएगा। दसवीं उत्तीर्ण सभी पुराने पायलटों को प्राथमिकता दी जा रही है। वर्तमान में रीवा में 81 पायलट कार्यरत हैं, जिनमें से 68 दसवीं पास हैं।
सुविधाओं से लैस होंगे वाहन, फोल्डिंग स्ट्रेचर भी रहेगा उपलब्ध
नए एफआरवी वाहन केवल पुलिसिंग के लिए नहीं, बल्कि आपातकालीन चिकित्सा सहायता में भी कारगर साबित होंगे। इनमें फोल्डिंग स्ट्रेचर, प्राथमिक चिकित्सा किट सहित अन्य आवश्यक उपकरण उपलब्ध रहेंगे। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को अस्पताल तक पहुंचाने में ये वाहन सहायता करेंगे।
रीवा में चल रही 9 जिलों की ट्रेनिंग
डायल 112 सेवा को लेकर रीवा पुलिस कंट्रोल रूम में व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें रीवा और शहडोल संभाग के कुल 9 जिलों के पुलिसकर्मी हिस्सा ले रहे हैं। ट्रेनिंग के दौरान नए सिस्टम के संचालन, एफआरवी संचालन, कंट्रोल रूम से संवाद और त्वरित कार्रवाई के गुर सिखाए जा रहे हैं।
डायल 100 की जगह लेगा डायल 112
पुलिस विभाग द्वारा तय किया गया है कि अब आपात स्थिति में सहायता के लिए नागरिकों को डायल 112 पर कॉल करना होगा। यह सेवा राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम के तहत संचालित होगी और इसमें पुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस तीनों सेवाएं समाहित रहेंगी।