वन विभाग की टीम ने 3.5 लाख रुपए की सागौन की लकड़ी की जप्त

वन विभाग ने रीवा जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गड़रिया मोड़ के पास एक मकान से करीब 3.5 लाख रुपए की अवैध सागौन की लकड़ी जब्त की है। यह लकड़ी मुकुंदपुर जंगल से तस्करी कर लाई गई थी और मामले में मुख्य सरगना आलोक शर्मा का नाम सामने आया है। विभाग ने वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

वन विभाग की टीम ने 3.5 लाख रुपए की सागौन की लकड़ी की जप्त

रीवा। जिले में अवैध रूप से लकड़ी का परिवहन करने वाले पुराने लकड़ी तस्कर को वन विभाग ने रंगे हाथ पकड़ा है,बता दे आरोपी काफी समय से अवैध कारोबार में लिप्त था। रविवार शाम छुट्टी का दिन होने की वजह से अवैध लकड़ी की खेप को बेचने की फिराक में था। जिसे वन विभाग की टीम में दबिश देकर रंगे हाथों पकड़ लिया। उससे 4 लाख रुपए की लकड़ी जब्त की है। यह कार्यवाही वन विभाग की टीम शहर के नजदीक गहरिया मोहल्ले मे की है जहां से बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी जब्त की है। यह लकड़ी मुकुंदपुर से रीवा लाई गई थी। मुकुंदपुर के वन विभाग के अमले की सूचना पर रीवा की टीम ने गड़रिया में कार्रवाई करते हुए यह जब्ती बनाई है। इस कार्रवाई में करीब 26 सागौन के लड़े और करीब 150 घन फीट चिरान लकड़ी बरामद की गई है।

जब्त की गई लकड़ी की अनुमानित कीमत साढ़े 3 से 4 लाख रुपए बताई जा रही है। यह कार्रवाई वन विभाग की टीम ने गड़रिया के निवासी संतोष पांडेय और उपेंद्र पांडेय के घर पर की। कार्रवाई के समय मौके पर संतोष पांडेय मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके भाई उपेंद्र पांडेय से पूछताछ की गई है। जिस पर उन्होंने बताया कि मकान को अनूप शर्मा (निवासी मुकुंदपुर) ने किराए पर लिया था और वहीं लकड़ी
लाकर यहां रखे हुए थे। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह लकड़ी संभवतः मुकुंदपुर रेंज से अवैध रूप से काटी गई थी। अभी तक की जांच में आलोक शर्मा नामक व्यक्ति का नाम सामने आया है. जो कथित तौर पर अवैध सागौन व्यापार में संलिप्त रहा है। इस जब्ती के बाद वन विभाग ने मध्यप्रदेश वनोपज व्यापार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। वन परिक्षेत्राधिकारी अंबुज नयन पांडेय ने बताया कि मौके पर संबंधित व्यक्ति की ओर से सागौन की लकड़ी घर पर रखने या उसकी कटाई संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिए गए। जिसके चलते यह माना जा रहा है कि यह जंगल से काटी गई लकड़ी है। आगे सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। इस मामले में यदि और नाम पाए जाएंगे तो उनके विरुद्ध भी प्रकरण दर्ज होगा।

मुकुंदपुर का स्थानीय निवासी निकला मुख्य सरगना

वन विभाग टीम को पहले यह भी इनपुट मिला था कि मुकुंदपुर में कुछ सागौन के पेड़ गुपचुप तरीके से काटे गए हैं। जब वन विभाग की टीम मौके पर दबिश देने पहुंची तो संतोष पांडेय और उपेंद्र पांडेय के घर से अवैध लकड़ी बरामद की गई। अवैध लकड़ी को जब्त करते हुए मामले में वन अपराध के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। आरोपियों से पूछताछ करने और आलोक शर्मा निवासी मुकुंदपुर का भी नाम सामने आया है। जो तस्करी का मुख्य सरगना बताया गया है।