नौकरी का झांसा देकर महिला से वसूले 90 हजार
जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट पहुंची महिला ने लगाए गंभीर आरोप

रीवा। जिले में सरकारी नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा और बेरोजगारों की मजबूरी का फायदा उठाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा मामला गंगेव ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़ा है, जहां एक महिला से आशा कार्यकर्ता की नौकरी दिलाने के नाम पर 90 हजार रुपये की वसूली का सनसनीखेज आरोप सामने आया है। शिकायतकर्ता ने कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों के खिलाफ विस्तृत शिकायत दर्ज कराई है और पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है,शिकायत करने वाली महिला किरण देवी साकेत ने जनसुनवाई में अधिकारियों को बताया कि उसे गंगेव के खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा आशा कार्यकर्ता पद पर नियुक्ति का प्रलोभन देकर पैसे की मांग की गई थी।
महिला के अनुसार, नियुक्ति के एवज में पहले 80 हजार रुपये नकद लिए गए, और उसके बाद एक फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर उसे काम पर भी लगा दिया गया। महिला का कहना है कि वह नियमित रूप से स्वास्थ्य केंद्र में हाजिरी दर्ज कर काम करती रही, लेकिन कुछ समय बाद उससे और 10 हजार रुपये भोपाल भेजे जाने के नाम पर मांगे गए। महिला ने जब दस्तावेजों की पड़ताल की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। न तो उसकी नियुक्ति पोर्टल पर पंजीकृत थी और न ही कोई वैध आदेश मौजूद था। उसे यह भी बताया गया कि नियुक्तियों की प्रक्रिया विज्ञापन जारी होने के कुछ समय बाद ही रोक दी गई थी और किसी की भी वैधानिक नियुक्ति नहीं हुई थी। लगातार आश्वासन दिए जाने के बावजूद जब महीनों तक न तो नौकरी की पुष्टि हुई और न ही पैसे वापस किए गए, तो पीड़िता ने कलेक्टर कार्यालय की शरण ली। जनसुनवाई में अपनी बात रखते हुए उसने मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उसे न्याय दिलाया जाए। पूरे प्रकरण ने स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और जवाबदेही की कमी को उजागर कर दिया है।