तीन साल से जमे थे एक ही तहसील में, अब हटाए गए ये पटवारी और राजस्व निरीक्षक

भोपाल की एक तहसील में वर्षों से पदस्थ 33 पटवारियों और 4 राजस्व निरीक्षकों का तबादला कर दिया गया है। सांसद आलोक शर्मा द्वारा उठाए गए मुद्दे के बाद यह कार्रवाई हुई, हालांकि उनकी दी गई सूची के कई नाम अब भी यथावत बने हुए हैं। कई पटवारी ऐसे हैं जो 20 से 23 साल से एक ही स्थान पर तैनात थे, फिर भी उनमें से कई को नहीं हटाया गया।

तीन साल से जमे थे एक ही तहसील में, अब हटाए गए ये पटवारी और राजस्व निरीक्षक

राजस्व विभाग में लंबे समय से जमे अधिकारियों के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। भोपाल की एक तहसील में तीन साल या उससे अधिक समय से तैनात 33 पटवारियों को हटाया गया है। इनके साथ ही चार राजस्व निरीक्षकों (RI) का भी तबादला कर दिया गया है। इन्हें दूसरी तहसीलों या हल्कों में भेजा गया है।

यह कार्रवाई तब सामने आई है जब भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने करीब आठ महीने पहले प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। सांसद शर्मा ने शिकायत की थी कि कई पटवारी एक ही तहसील में वर्षों से पदस्थ हैं, जिससे कार्य में पारदर्शिता और जवाबदेही प्रभावित हो रही है।

इन पटवारियों और राजस्व निरीक्षकों को हटाया गया: वर्षों से जमे थे एक ही जगह

कुछ राजस्व निरीक्षकों को भी इधर से उधर किया गया.

23 साल से एक ही तहसील में पदस्थ कई पटवारी, सांसद की लिस्ट के बाद भी कई बरकरार

सांसद आलोक शर्मा द्वारा पहले कलेक्टर को सौंपी गई सूची में ऐसे कई पटवारियों के नाम शामिल थे, जो एक ही तहसील में 20 से 23 वर्षों से लगातार पदस्थ हैं। सूची में भगवत सिंह धनगर, नरेंद्र बचोतिया, योगेंद्र कुमार सक्सेना, धर्मेंद्र सिंह कुशवाह, नासिर उद्दीन, महेश कुमार बंकरिया, मनोहर सिंह राजपूत, नई अहमद, सदाशिव गौड़, रेणू पटेल, नीलिमा नागर, रमेश शर्मा, प्रदीप गौर, अर्चना भटनागर, जयेंद्र चंदेलकर, मंगलेश खंडेलवाल, मुकुल सराठे, प्रियंका सिलावट, दीक्षा शर्मा, अभिषेक शर्मा, अंकुर साहू, शिवाजी मिश्रा, आलोक इंदौरिया और प्रीति गुप्ता जैसे नाम प्रमुख रूप से सामने आए थे।

हैरानी की बात यह है कि इनमें से कई अधिकारियों के नाम अब भी तबादले के बाद जारी नई सूची में शामिल हैं, यानी वे अभी भी पूर्ववत पदस्थ हैं।