मध्यप्रदेश में शासकीय स्तर पर गोवर्धन पूजा का आयोजन, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बड़ा निर्णय
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में पहली बार गोवर्धन पूजा को शासकीय स्तर पर मनाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जिलों के अधिकारियों से चर्चा की.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में पहली बार गोवर्धन पूजा को शासकीय स्तर पर मनाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जिलों के अधिकारियों से चर्चा की. और 21 और 22 अक्टूबर को प्रदेशभर के गौशालाओं में गोवर्धन पूजा के आयोजन का आदेश दिया.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह प्रदेश की सांस्कृतिक, सामाजिक और पारंपरिक विरासत को सहेजने की एक सकारात्मक कदम है. सभी जिलों में होने वाले आयोजनों में मंत्री, सांसद, विधायक, नगरीय निकायों और पंचायतों के जनप्रतिनिधि, साथ ही स्थानीय सांस्कृतिक समूहों को सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन आयोजनों को एक जनउत्सव के रूप में मनाया जाए.
'गोवर्धन पूजा’
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 19, 2025
संस्कृति और समृद्धि का उत्सव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनप्रतिनिधिगणों और जिलों के अधिकारियों से वर्चुअली संवाद कर 21-22 अक्टूबर को प्रदेश के सभी जिलों में गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाने और त्योहारों में स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के संबंध में… pic.twitter.com/MRLu81AAHi
गो-संरक्षण और दुग्ध उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा
सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि गो-माता और गो-पालन हमारी सनातन संस्कृति का अभिन्न अंग हैं. उन्होंने कहा, "जो गो-पालन करता है, वह गोपाल है और जहां गो-पालन होता है, वह घर गोकुल बन जाता है. इसी भाव को आत्मसात करते हुए मध्यप्रदेश सरकार गो-संरक्षण और संवर्धन को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है.य
सीएम ने आगे कहा कि प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को दोगुना करके पशुपालक किसानों की आय बढ़ाई जाएगी. फिलहाल देश के कुल दुग्ध उत्पादन का लगभग 9 प्रतिशत मध्यप्रदेश से आता है. सरकार का लक्ष्य है कि यह आंकड़ा 20 प्रतिशत तक पहुंचे.