भोपाल में रीवा जिले की खाद वितरण व्यवस्था का राजेंद्र शुक्ल ने लिया जायजा
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने भोपाल में रीवा जिले की खाद वितरण व्यवस्था की समीक्षा की

Rewa News: उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने भोपाल में रीवा जिले की खाद वितरण व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि रीवा सहित विंध्य क्षेत्र में सिंचाई साधनों की लगातार हो रही बढ़ोतरी से खाद की मांग लगातार बढ़ रही है. कई जागरूक कृषक वर्ष में तीन फसलें ले रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि किसानों को सही और पर्याप्त खाद उपलब्ध हो. उप मुख्यमंत्री ने खाद के स्टॉक और वितरण व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि टोकन वितरण व्यवस्था सुचारू रहे और किसानों की सुविधा के लिए अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाएं.
आज मंत्रालय, भोपाल में रीवा जिले की खाद वितरण व्यवस्था की समीक्षा की।
— Rajendra Shukla (@rshuklabjp) September 3, 2025
इस दौरान विंध्य क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं की सतत वृद्धि से खाद की मांग में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए, किसानों को समय पर पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने के लिए स्टॉक और वितरण प्रणाली को सुव्यवस्थित करने के… pic.twitter.com/fhguyY8B68
बैठक में जानकारी दी गई कि 3 दिवस के अंदर रीवा में 2 फुल और 1 हाफ रैक यूरिया पहुंचेगी.. एनएफएल की 1 हज़ार 900 टन की रैक ट्रांजिट में है, जो आज रात तक जिले में पहुंचने की संभावना है. इफको की फूलपुर प्लांट से 2 हज़ार 700 मे.टन की रैक रवाना की गई है, जो कल शाम तक जिले में पहुंच जाएगी. वहीं चंबल फ़र्टिलाइज़र की आधी रैक कल लोडिंग में आएगी, जो 6 सितम्बर की शाम तक जिले में पहुंचने की संभावना है.
एमडी एमपी मार्कफेड आलोक कुमार सिंह ने बैठक में बताया कि रीवा जिले में गत वर्ष 1 अप्रैल से 1 सितम्बर 2024 तक 23 हज़ार टन यूरिया का विक्रय हुआ था. इसके विरुद्ध 1 सितम्बर तक 26 हज़ार 860 मे.टन की उपलब्धता रही, जिसमें से 23 हज़ार 360 मे.टन यूरिया का विक्रय हो चुका है और 1 हज़ार 500 मे.टन शेष है. 1 हज़ार 300 मे.टन की आधी रैक 31 अगस्त की रात को जिले में पहुंच चुकी है. बैठक में यह भी बताया गया कि इस वर्ष डीएपी और एनपीके की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एडवांस प्लानिंग की गई है. गत वर्ष 30 सितम्बर 2024 तक 18 हज़ार 674 मे.टन डीएपी और एनपीके का विक्रय हुआ था. जबकि इस वर्ष 23 हज़ार मे.टन उपलब्धता है. इसमें से 16 हज़ार 544 मे.टन का विक्रय किया जा चुका है और 6 हज़ार 463 मे.टन अभी उपलब्ध है. बैठक में संचालक कृषि अजय गुप्ता सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.