स्मार्ट मीटर से बिजली की खपत को नियंत्रित करना आसान
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को नए टैरिफ आर्डर के अनुसार अब खपत के आधार पर दिन के टैरिफ में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपयोग की गई बिजली पर 20 प्रतिशत की छूट मिल रही है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए यह सभी छूट अथवा प्रोत्साहन की गणना सरकारी सब्सिडी (यदि कोई हो) को छोडक़र की जा रही है।

स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को नए टैरिफ आर्डर के अनुसार अब खपत के आधार पर दिन के टैरिफ में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपयोग की गई बिजली पर 20 प्रतिशत की छूट मिल रही है। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए यह सभी छूट अथवा प्रोत्साहन की गणना सरकारी सब्सिडी (यदि कोई हो) को छोडक़र की जा रही है। यह उपभोक्ता श्रेणियों के लिए विशिष्ट नियमों और शर्तों के आधार पर दिन के विभिन्न समय के दौरान खपत की अवधि के अनुसार ऊर्जा शुल्क पर लागू होगी। यह बात मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक (स्मार्ट मीटरिंग सेल) सीके पवार ने स्मार्ट मीटर से होने वाले लाभ तथा मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ता हित में चलाई जा रही शासन की योजनाओं जैसे ग्रामीण क्षेत्र में 5 रुपये में नवीन कनेक्शन, सोलर रूफटॉप आदि को आम लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से कलेक्टर कार्यालय, गुना में आयोजित मीडिया कार्यशाला में कही। इस अवसर पर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक गुना अशोक शर्मा, उपमहाप्रबंधक गुना संभाग राजेन्द्र सिंह, उपमहाप्रबंधक राघौगढ़ संभाग अनीस राजपूत, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी मनोज द्विवेदी एवं राज्य सरकार के जिला जनसंपर्क अधिकारी शुभम शर्मा उपस्थित थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक पवार ने कहा कि स्मार्ट मीटर सभी के लिए फायदेमंद और उपभोक्ताओं के हित में हैं, इसलिए सभी को स्मार्ट मीटर लगाने में कंपनी का सहयोग करना चाहिए। कार्यशाला के दौरान उन्होंने अधिक से अधिक स्मार्ट मीटर लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करने का आहृवान किया तथा कार्यशाला में मीडिया के प्रश्नों के जबाव देते हुए मीडिया से प्राप्त फीडबैक के अनुसार कार्यवाही करते हुए उनके द्वारा दिये गये सुझावों को वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाते हुए अमल में लाने का आश्वासन दिया।
एक साल बीता नहीं, मिली गड़बड़ी
पवार ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाते हुए लगभग 1 वर्ष पूर्ण हो गया है। अब तक पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र के सोलह जिलों में 03 लाख से अधिक स्टार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। अभी तक कहीं पर भी किसी प्रकार की कोई भ्रांतिया पैदा नहीं हुई हैं। ऑटोमेटिक माध्यम से सटीक रीडिंग होने के बाद प्रतिमाह 01 तारीख के बाद मोबाइल अथवा ईमेल पर बिल जारी किया जाता है। स्मार्ट मीटर के पहले उपभोक्?ताओं को पता ही नहीं चलता था कि उनकी विद्युत खपत कितनी हैं, जब स्मार्ट मीटर लगे तब उन्हें सही खपत का पता चला और उसका डेटा भी विद्युत विभाग के पास उपलब्ध हुआ है।