AAP विधायक मेहराज मलिक PSA के तहत गिरफ्तार: जानिए क्या है Public Safety Act?

8 सितम्बर को जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक को PSA एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। जानिए क्या है यह सख्त कानून?

AAP विधायक मेहराज मलिक PSA के तहत गिरफ्तार: जानिए क्या है Public Safety Act?
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8 सितम्बर 2025 को जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मेहराज मलिक को Public Safety Act (PSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है। प्रशासन ने उन पर अधिकारियों से बदसलूकी, युवाओं को भड़काने और राहत कार्यों में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है और एक बार फिर PSA जैसे कठोर कानून पर सवाल उठने लगे हैं।

क्या है PSA (Public Safety Act)?

Public Safety Act, जिसे संक्षेप में PSA कहा जाता है, जम्मू-कश्मीर का एक निवारक (Preventive Detention) कानून है। इसे 1978 में जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला ने पहली बार लागू किया था। उस समय इसका उद्देश्य लकड़ी की तस्करी को रोकना था, लेकिन समय के साथ इसे राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाने लगा।

PSA के तहत क्या हो सकता है?

  • किसी भी व्यक्ति को बिना मुकदमा चलाए हिरासत में लिया जा सकता है।
  • हिरासत की अवधि अधिकतम 2 साल तक हो सकती है।
  • इस दौरान न तो जमानत (Bail) मिलती है और न ही वकील से मिलने की अनुमति होती है।
  • इसे अक्सर “ड्रैकॉनियन लॉ” यानी कठोर या दमनकारी कानून कहा जाता है।
  • मेहराज मलिक पर क्या आरोप हैं?

सरकारी सूत्रों के अनुसार, AAP विधायक मेहराज मलिक पर अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने, युवाओं को सरकार के खिलाफ भड़काने, राहत और बचाव कार्यों में बाधा डालने के आरोप हैं। 

अधिकारों का हनन करता है PSA Act?

मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि PSA का उपयोग अक्सर राजनीतिक विरोधियों और कार्यकर्ताओं को चुप कराने के लिए भी किया जाता है। कई बार इसे बिना ठोस सबूतों के, सिर्फ शक के आधार पर लागू कर दिया जाता है, जो व्यक्तिगत स्वतंत्रता और न्याय के अधिकारों का हनन करता है।

सड़कों पर उतरें डोडा के लोग  

9 सितम्बर को जम्मू कश्मीर के डोडा में AAP विधायक मेहराज मलिक के गिरफ्तारी के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उत्तर आए हैं और प्रदर्शन कर रहे है। लोगों की मांग है की जल्द से जल्द मेहराज मलिक को रिहा किया जाए।