MP NEWS : ढाई करोड़ में छपी दसवीं की साढ़े चार लाख किताबें रद्दी

पाठ्यपुस्तक निगम की किताबों की छपाई में बड़ी लापरवाही सामने आई है। दसवीं के विद्यार्थियों के लिए ढाई करोड़ में छपी गणित की साढ़े चार लाख किताबों में ढेरों गलतियां हैं, इसलिए अब यह किताबें रद्दी बन चुकी हैं।

MP NEWS : ढाई करोड़ में छपी दसवीं की साढ़े चार लाख किताबें रद्दी
image source : Google

नीरज गौर, भोपाल. पाठ्यपुस्तक निगम की किताबों की छपाई में बड़ी लापरवाही सामने आई है। दसवीं के विद्यार्थियों के लिए ढाई करोड़ में छपी गणित की साढ़े चार लाख किताबों में ढेरों गलतियां हैं, इसलिए अब यह किताबें रद्दी बन चुकी हैं।

पाठ्यपुस्तक निगम की छपाई में सामने आई बड़ी लापरवाही

मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम प्रदेश की स्कूली शिक्षा के लिए पहली से बारहवीं तक की किताबों की प्रिटिंग कराता है। इस बार निगम की ओर से छपाई गई दसवीं की गणित किताब के सात चैप्टरों में बहुत सारी गलतियां हैं। किताब में गणित को समझाने के लिए दिए उदाहरण में अधिकांश फार्मूले में अंक छपे ही नहीं हैं। तकरीबन 4.5 लाख किताबों में से 3.5 लाख किताब सरकारी स्कूलों में बांटी जा चुकी हैं, जबकि एक लाख बाजार में बिकने के लिए सप्लाई हो गई हैं। अब किताबें रद्दी बन चुकी हैं। निगम के अफसर दोबारा प्रिटिंग कराने की बात कह रहे हैं।

पिछले साल भी प्रकाशक ने की थी गड़बड़ी

मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम ने मेसर्स अमी आर्ट क्रिएशन एंड ऑफसेट प्रिंटर्स से वे सभी पुस्तकें प्रकाशित कराई हैं। इसी प्रकाशक ने बीते साल भी प्रकाशन में गलती की थी। रेट में 5-10 रुपए बढ़कर किताबें छाप दी गई थीं। तब भी पाठ्यपुस्तक निगम के अफसरों ने प्रकाशक पर कोई कार्यवाही नहीं की। सांठगांठ कर पूरा मामला दबा दिया था। इसी कारण बाजार में लोगों को अधिक दाम पर पुस्तकें खरीदनी पड़ी थीं।

इस साल सही पुस्तकें कैसे मिलेंगी

पाठ्यपुस्तक निगम के अफसरों की गलती सामने आने के बाद दोबारा छपाई की बात कह रहे हैं। दसवीं की गणित में गलतियों वाले सात चैप्टर को अलग से छापा जाए या फिर पूरी पुस्तक की छपाई की जाए। फिलहाल एक अप्रैल से नया शिक्षण सत्र शुरू हो चुका है। दोबारा किताबों की छपाई का निर्णय लिया है, लेकिन इसका दोबारा खर्च कौन वहन करेगा, इस पर अभी निर्णय नहीं हुआ है। पुस्तकें जब छपने के लिए भेजी जाती हैं तब प्रिंटिंग की शुरुआत में कुछ पुस्तके सैंपल के रूप में भी जांची जाती हैं। इसकी जिम्मेदारी भी एमडी और मुद्रण शाखा की है। बहरहाल अफसरों ने पुस्तकों की जांच किए बिना ही पास कर दिया। किताब में अधिकांश गलतियां उदाहरणों में ही की गई हैं।

गणित की किताब में ऐसी त्रुटियां 

गणित की किताब में हजार से ज्यादा गलतियां हैं। पेज नंबर 115 अध्याय सात (निर्देशांक ज्यामिति) वर्गमूल के अंदर अंक नहीं फिर भी अंकों का योग बता दिया गया। पेज नंबर 135 अध्याय 8-(त्रिकोणमिति का परिचय) वर्गमूल चिन्ह के अलावा अन्य संख्याएं भी गायब हैं। पूरा चेप्टर ऐसा है। पेज नंबर 155 अध्याय 9 (त्रिकोणमिति के कुछ अनुप्रयोग) वर्गमूल चिन्ह के अंदर की संख्या ही गायब है। पेज नंबर 168 अध्याय 10 (वृत्त) वर्गमूल चिन्ह के अंदर के अंक इसमें भी गायब। है इसमें अंकों का योग भी नहीं छपा है।