दो संतों के बीच दरार नहीं, सम्मान है, बागेश्वर धाम सरकार का बड़ा बयान
धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों महाराष्ट्र यात्रा पर हैं. मंगलवार को भिवंडी में बागेश्वर सनातन मठ में गुरु दीक्षा समारोह के दौरान उन्होंने हाल ही में देशभर में चल रही एक चर्चित विषय पर अपनी स्पष्ट प्रतिक्रिया दी

Dhirendra Shastri News: धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों महाराष्ट्र यात्रा पर हैं. मंगलवार को भिवंडी में बागेश्वर सनातन मठ में गुरु दीक्षा समारोह के दौरान उन्होंने हाल ही में देशभर में चल रही एक चर्चित विषय पर अपनी स्पष्ट प्रतिक्रिया दी.
दो संतों को लड़ाने की कोशिश गलत
धीरेंद्र शास्त्री ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य और बाबा प्रेमानंद के संबंध में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर खेद व्यक्त करते हुए कहा, "कुछ लोगों का काम है आग में घी डालना. दो साधुओं की चर्चा में कुछ लोग आनंद ले रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हमारे गुरु रामभद्राचार्य बड़े ही स्पष्टवादी हैं, वे जो सोचते हैं वही बोलते हैं, लेकिन उनके मन में किसी के लिए कोई ईर्ष्या नहीं है. उन्होंने स्वयं कहा है कि बाबा प्रेमानंद हमारे बालक समान हैं और जब भी आएंगे, हम उन्हें गले लगाएंगे.
भजन और बुद्धि का संगम
बागेश्वर महाराज ने दोनों संतों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, "बाबा प्रेमानंद जी ने भजन के माध्यम से युवाओं को जोड़ा है, वहीं जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी ने अपने विद्युत्त प्रभाव और विद्वत्ता से समाज को दिशा दी है. उन्होंने रामभद्राचार्य जी के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि "उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रामलला के पक्ष में बयान देकर राम मंदिर के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाई है.
'दोनों संत वंदनीय हैं'
बागेश्वर महाराज ने अपील करते हुए कहा कि "सोशल मीडिया और मीडिया को दो संतों के बीच दरार दिखाने की बजाय उनके योगदान को सम्मान देना चाहिए. यह विषय सनातन संस्कृति के सम्मान से जुड़ा हुआ है, विवाद से नहीं. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि, "हम दो महापुरुषों की बात को मीडिया और सोशल मीडिया का मसाला नहीं बनने देंगे. दोनों अपनी-अपनी जगह पर पूजनीय हैं और सनातन धर्म का गौरव हैं.