शहर मे टैक्सी-टैम्पो स्टैंड शुल्क वसूली पर मचा बवाल, नगर निगम ने ठेकेदार के खिलाफ दर्ज कराई FIR

रीवा नगर निगम द्वारा टैम्पो, टैक्सी और अन्य व्यावसायिक वाहनों से स्टैंड शुल्क वसूली के लिए दी गई निजी एजेंसी के ठेके में गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। तय दरों से कई गुना अधिक शुल्क वसूलने और वाहन चालकों से दुर्व्यवहार की शिकायतों के बाद निगम प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए चोरहटा, अमहिया और समान थानों में FIR दर्ज कराई है।

शहर मे टैक्सी-टैम्पो स्टैंड शुल्क वसूली पर मचा बवाल,  नगर निगम ने ठेकेदार के खिलाफ दर्ज कराई FIR

रीवा । नगर निगम रीवा द्वारा टैम्पो, टैक्सी और अन्य व्यावसायिक वाहनों से स्टैंड शुल्क वसूलने के लिए निजी एजेंसी को दिए गए ठेके में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। वाहन चालकों से तय दरों से कई गुना अधिक रकम वसूलने और दुर्व्यवहार की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद निगम प्रशासन ने कड़ा कदम उठाते हुए एक साथ तीन थानों में मामला दर्ज कराया है।

जानकारी के अनुसार, नगर निगम ने स्टैंड शुल्क वसूली के लिए मेसर्स एसडी ग्रुप्स एंड एजेंसी को वार्षिक ठेका दिया था। एजेंसी के प्रोपराइटर शुभम कुमार द्विवेदी निवासी अमहिया बताए गए हैं। लेकिन निगम की तय शर्तों को दरकिनार करते हुए एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा खुलेआम मनमानी की जा रही थी।

शिकायतें सामने आने के बाद नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर उपायुक्त की ओर से चोरहटा, अमहिया और समान थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। नगर निगम ने स्टैंड शुल्क के लिए स्पष्ट दरें तय कर रखी हैं टैम्पो और टैक्सी के लिए ₹5 प्रतिदिन, मिनी ट्रक व ट्रैक्टर (अनाज व सब्जी लाने वाले शुल्क मुक्त) के लिए 10 प्रतिदिन तथा ट्रकों व बड़ी व्यावसायिक गाड़ियों से 20 प्रतिदिन।

लेकिन ठेकेदार द्वारा लगाए गए कर्मचारी तय दरों की अनदेखी कर वाहन चालकों से 100 से 200 तक की फर्जी रसीदें जारी कर अवैध वसूली कर रहे हैं। इस संबंध में कई वीडियो और फर्जी रसीदें नगर निगम के पास पहुंची हैं।

अनधिकृत स्थानों पर भी हो रही वसूली, ड्रेस कोड और बैच का भी नहीं पालन

ठेके में यह स्पष्ट उल्लेख किया गया था कि वसूली केवल नगर निगम द्वारा चिन्हित स्थानों पर ही की जाएगी। इनमें चोरहटा, सिरमौर चौराहा, नया-पुराना बस स्टैंड, वेकहा तिराहा, रतहरा बायपास आदि स्थान शामिल हैं। साथ ही कर्मचारियों को निर्धारित ड्रेस कोड और पहचान बैच के साथ रहना अनिवार्य था।

परंतु ठेकेदार द्वारा न तो ड्रेस कोड का पालन हो रहा है, न ही स्थानों की सीमा। चिरहुला, बदरांव समेत कई अनधिकृत इलाकों में भी वाहन चालकों से अवैध रूप से पैसे वसूले जा रहे हैं।