इंसानियत हुई शर्मसार! खुले आसमान तले खेत की मेढ़ पर मिली नवजात बच्ची

रीवा जिले के चोरहटा थाना क्षेत्र के बेलहा गांव में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार सुबह गांव के कुछ लोग टहलने निकले थे, तभी झाड़ियों से उन्हें रोने की आवाज सुनाई दी। पास जाकर देखा तो एक नवजात बच्ची सफेद कपड़े में लिपटी हुई खेत की मेढ़ पर पड़ी थी।

इंसानियत हुई शर्मसार! खुले आसमान तले खेत की मेढ़ पर मिली नवजात बच्ची

मानवता को झकझोर देने वाला मामला चोरहटा थाना क्षेत्र के बेलहा गांव से सामने आया है, जहां एक नवजात बच्ची खेत की मेढ़ पर झाड़ियों के बीच लावारिस हालत में पाई गई। बच्ची के पेट की नाभि पर गहरा जख्म था और उसमें कीड़े तक पड़ चुके थे।

घटना गुरुवार सुबह की है, जब गांव के कुछ ग्रामीण टहलने के लिए निकले थे और उन्होंने झाड़ियों से बच्चे के रोने की आवाज सुनी। आवाज की दिशा में पहुंचते ही ग्रामीणों को सफेद कपड़े में लिपटी एक नवजात बच्ची नजर आई।

बच्ची की हालत बेहद नाजुक थी, उसके शरीर पर कपड़ों के अलावा कोई सुरक्षा नहीं थी और वह खुले आसमान तले कांप रही थी। तुरंत डायल 112 पर सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। घटना की सूचना मिलने पर डायल 112 टीम के आरक्षक राधेश्याम प्रजापति ने तत्काल चोरहटा थाना प्रभारी आशीष मिश्रा को सूचना दी।

कुछ ही देर में महिला आरक्षक रचना परमार के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बच्ची को सुरक्षित गोद में उठाया गया। ग्रामीण धीरू सिंह की मदद से पुलिस बच्ची को लेकर सीधे के संजय गांधी स्मृति अस्पताल पहुंची, जहां उसे नवजात शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया।

वही अस्पताल के डॉक्टरो ने बताया कि बच्ची का जन्म करीब 3 से 4 दिन पूर्व हुआ प्रतीत होता है। जब उसे अस्पताल लाया गया, तब वह अत्यंत कमजोर अवस्था में थी और संक्रमण की स्थिति गंभीर थी। पेट की नाभि पर गंभीर जख्म के कारण उसमें कीड़े पड़ चुके थे।

फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है और शिशु रोग विभाग के विशेषज्ञों की निगरानी में उसका इलाज जारी है। पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि आखिर इस बच्ची को जन्म देने के बाद खेत की मेढ़ पर क्यों और किसने छोड़ा।

थाना प्रभारी आशीष मिश्रा ने बताया कि आसपास के गांवों में पूछताछ की जा रही है और अस्पतालों में पिछले कुछ दिनों में हुई डिलीवरी के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।