जमीनी विवाद: जिला अस्पताल में हंगामा, प्रदर्शनकारी ने पुलिस पर लगाए आरोप
सतना | जमीन का विवाद शेरगंज का था और हंगामा जिला अस्पताल में होने लगा। तकरीबन पौन घ्ांटे तक चली ड्रामेबाजी के बाद पुलिस की समझाईस के बाद मामला शांत हुआ और जमीन के लिए प्रदर्शन-धरना करने वाले वापस लौट गए। इधर प्रर्दशनकारी को धरना स्थल से उठा कर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पुलिस जिला अस्पताल लेकर आई थी और उल्टा समर्थन में पहुंची महिलाओं ने पुलिस पर ही मारपीट के आरोप लगाकर अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगी। पूरी विवाद 36 डिसमिल सरकारी जमीन का है जिसे बस्ती वाले अपने उपयोग में लेने के लिए बीते 15 दिनों से तंबू तान शेरगंज में धरना दे रहे हैं।
क्या है मामला
सतना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में आने वाले शेरगंज में जमीन की मांग को लेकर राकेश राज नाम का के युवक और उसके साथ बस्ती की महिलाएं तंबू तान कर बीते 15 दिनों से धरना दे रही हैं और मांग हैं कि बस्ती से लगी 36 डिसमिल जमीन उनको उपयोग में दी जाए। बुधवार को सीएसपी के निर्देश पर पुलिस धरना स्थल पहुंची और धरने पर बैठने वालों को स्वास्थ्य चेकअप के लिए अस्पताल लेकर आई जहां पुलिस पर ये आरोप लगाए गए कि खाकी वालों ने मारपीट की है और जबरिया उठा कर ले आए जबकि सूत्रों का दावा है कि पुलिस धरना स्थल से अस्पताल महज जांच कराने लाई थी। इतना ही नहीं महिलाओं ने हंगामा तो किया ही और चिकित्सालय परिसर में ही बैठ प्रदर्शन करने लगी। हालांकि बाद में आठ बजे अस्पताल से वापस लौटकर दोबारा धरने पर बैठने की जानकारी आई।
पैदल पहुंची महिलाएं
पुलिस जब धरना देने वाले राकेश राज को अस्पताल लेकर आई तो उसके समर्थन में तकरीबन 50 से अधिक सजातीय महिलाएं पैदल शेरगंज से अस्पताल पहुंच गर्इं। हालांकि रास्ते में कोई  हंगामा और जाम के हालात न बने इस लिहाजा से पुलिस भी साथ में चल रही थी। पैदल चलते ही महिलाएं डीएच पहुंच गई और फिर अस्पताल में ड्रामा चलने लगा।
ये जमीन का विवाद
दरअसल सूत्र बताते हैं कि शेरगंज के जिस जमीन का विवाद हैं वहां पांच एकड़ जमीन द्वारिकम अपार्टमेंट से लगी ओमप्रकाश निगम की है। बस्ती वाले और धरने पर बैठे राकेश राज का कहना है कि इसमें जो 36 डिसमिल जमीन हैं वो सरकारी है और उसको हमे दी जाए। इसके लिए निगम की जमीन की नाप भी राजस्व विभाग द्वारा कराई गई जिसमें 36 डिसमिल जमीन पांच एकड़ से ज्यादा है लेकिन उक्त आराजी एक सा नहीं है कोने-कोने में निकल रही है। अब सीमांकन से न तो धरने वाले संतुष्ट हैं न ही निगम। ओमप्रकाश की मांग है कि नाप मशीन से हो तो दूसरा पक्ष जरीब से नाप की मांग कर रहा है। धरने पर बैठने वालों की एक मांग और विवाद की वजह बताई जा रही कि जो 36 डिसमिल जमीन तितर बितर है वो एक साथ उनको दी जाए जबकि ऐसा हो नहीं सकता और निगम का कहना है कि उनकी पांच एकड़ निकाल कर बांकी जो बचे प्रशासन जो चाहे करे। बहरहाल अभी इस मामले में विवाद थमा नहीं है।
 
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