फर्जी ऋण पुस्तिका से जमानत कराने वाले गिरोह के 3 साल से फरार आरोपी गिरफ्तार

इस मामले में अब तक 38 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जो पिछले 10 वर्षों से फर्जी जमानतदार बनकर गंभीर मामलों में जमानत दिला रहे थे।

फर्जी ऋण पुस्तिका से जमानत कराने वाले गिरोह के 3 साल से फरार आरोपी गिरफ्तार

क्राईम ब्रांच इंदौर ने फर्जी ऋण पुस्तिका बनाकर कोर्ट से जमानत करवाने वाले गिरोह से जुड़े 3 साल से फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में अब तक 38 आरोपियों को  गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी ये काम 10 सालों से कर रहे थे. गिरोह फर्जी जमानतदार उपलब्ध करवाते थे या फिर खुद फर्जी जमानतदार बनकर कई गंभीर अपराध के आरोपियों की जमानत करवाते थे इसके बदले वो अपराधियों से मोटी रकम भी वसूलते थे. ये करने के लिए आरोपी  फर्जी ऋण पुस्तिका का भी इस्तेमाल करते थे.

हाल ही में क्राईम ब्रांच ने आरोपी केदार डाबी को गिरफ्तार किया था जिसने फर्जी ऋण पुस्तिका के इस्तेमाल से आत्महत्या केस में आरोपीया सलोनी अरोरा की जमानत करवाई थी.    

इंदौर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह द्वारा शहर में धोखाधड़ी और जालसाजी जैसे अपराधों की गहराई से जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इन्हीं निर्देशों के पालन में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मनोज श्रीवास्तव ने पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार त्रिपाठी और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया को शहर में ऐसे अपराधों की रोकथाम और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।

इस निर्देश के तहत सहायक पुलिस आयुक्त देवेन्द्र सिंह धुर्वे की अगुवाई में एक SIT टीम गठित की गई, जिसे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

इसी कार्रवाई की कड़ी में क्राइम ब्रांच की SIT टीम ने 26 फरवरी 2022 को एक मामले में फर्जी ऋण पुस्तिका के आधार पर कोर्ट से जमानत करवाने वाले गिरोह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराएं 420 (धोखाधड़ी), 467, 468, 471 (जालसाजी से जुड़े अपराध) और 34 (साझा आपराधिक इरादा) के तहत केस पंजीबद्ध किया गया था। इस मामले में अब तक कुल 38 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।उसी प्रकरण में गिरोह से जुड़े हुए फर्जी ऋण पुस्तिका तैयार कर फर्जी तरीके से जमानत करवाने वाले अन्य आरोपी (01) सुभाष पाल उम्र 55 वर्ष निवासी कालिंदी गोल्ड अरविंदो के सामने बाणगंगा इंदौर को गिरफ्तार किया गया ।