"अगर जले हुए हवाई अड्डे उनकी जीत हैं, तो पाकिस्तान इसका जश्न मनाए",UN में पाकिस्तान की बोलती बंद

संयुक्त राष्ट्र की सभा में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया. पाकिस्तान ने कश्मीर, पानी और परमाणु धमकी का मुद्दा उठाया, जिसे भारत ने तथ्यों के साथ पूरी तरह खारिज कर दिया.

"अगर जले हुए हवाई अड्डे उनकी जीत हैं, तो पाकिस्तान इसका जश्न मनाए",UN में पाकिस्तान की बोलती बंद
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26 सितम्बर शुक्रवार को UN की सभा में भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। पाकिस्तान ने कहा कि हमने पिछले साल ही कहा था कि किसी भी बाहरी हमले को झेला नहीं जाएगा। भारत ने हम पर बेवजह हमला किया था, जिसका बदला हमने लिया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को अपना दुश्मन बताते हुए कहा कि संघर्ष में हमारी जीत हुई थी और हमने भारत के 7 विमान गिराए थे। इन सब का जवाब देते हुए भारत की राजनयिक पेटल गहलोत ने कहा कि - अगर जले हुए हवाई अड्डे उनकी जीत हैं, तो पाकिस्तान इसका जश्न मनाए।

आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति

UN में भारत की राजनयिक पेटल गहलोत ने शहबाज की बातों को झूठा साबित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने फालतू के नाटक किए हैं। वो खुद आतंकवाद को सपोर्ट करते हैं। हमने पहले ही कहा है कि हम न आतंकवादियों को छोड़ेंगे और न ही उन्हें पनाह देने वालों को। आतंकवाद को बढ़ाना उनकी विदेश नीति का हिस्सा है।

9 मई तक पाकिस्तान भारत को धमकी दे रहा था, जिसके बाद 10 मई को भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया और जिसके बाद पाकिस्तान ने खुद हमसे युद्ध रोकने की गुहार लगाई। हमारा ये ऑपरेशन अभी भी खत्म नहीं हुआ है। मैं पूरी दुनिया को बताना चाहती हूं कि आतंकवादी और आतंकवाद को पनाह देने वाले दोनों ही जिम्मेदार हैं, दोनों में अंतर नहीं किया जाएगा। परमाणु धमकियों से न तो भारत डरता है और न ही झुकेगा। भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपना रहा है।

पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन को छिपाया

पेटल गहलोत ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रेजिस्टेंस फ्रंट को बचाया, जो कि जम्मू-कश्मीर में हुए पहलगाम अटैक का जिम्मेदार था। ये वहीं पाकिस्तान है जिसने कई दशकों तक ओसामा बिन लादेन को पनाह दी।

भारत का हिंदुत्व दुनिया के लिए खतरा है

UN में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि हमने पहलगाम में हुए हमले की निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच की अपील की थी, लेकिन भारत ने हमारे प्रस्ताव को ठुकरा दिया और हमले का फायदा उठाया। हमने पहले ही कहा था कि हम बाहरी हमले को नहीं सहेंगे। लेकिन भारत ने मई में हम पर बिना उकसावे के हमला किया। भारत का कट्टरपंथी हिंदुत्व पूरी दुनिया के लिए एक खतरा है।

भारत ने सिंधु जल संधि का उल्लंघन किया, जो कि अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। पाकिस्तान 24 करोड़ लोगों के पानी के अधिकार की रक्षा करेगा और संधि का उल्लंघन युद्ध की तरह ही माना जाएगा।