Pahalgam Attack : पाक रक्षा मंत्री ने कहा...हम तीस साल से यह काम कर रहे
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक अंतर्राष्ट्रीय न्यूज चैनल के साथ बातचीत के दौरान माना है कि पाकिस्तान का आतंकवाद को सपोर्ट करने और टेरर फंडिंग करने का लंबा इतिहास रहा है। ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया कि लश्कर-ए-तैयबा का अतीत में पाकिस्तान के साथ कुछ लिंक मिले हैं।

नई दिल्ली. पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक अंतर्राष्ट्रीय न्यूज चैनल के साथ बातचीत के दौरान माना है कि पाकिस्तान का आतंकवाद को सपोर्ट करने और टेरर फंडिंग करने का लंबा इतिहास रहा है। न्यूज चैनल के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि हम लोग 30 साल से इस गंदे काम को अमेरिका के लिए करते आ रहे हैं। भारत के साथ ऑल आउट वार की बात करने वाले ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा खत्म हो चुका है। ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया कि लश्कर-ए-तैयबा का अतीत में पाकिस्तान के साथ कुछ लिंक मिले हैं।
हालांकि उन्होंने कहा कि अब ये आतंकी संगठन खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ लश्कर का लिंक मिलने का ये मतलब नहीं है कि हम इसको मदद करते है। जब ख्वाजा आसिफ से पूछा गया है कि लश्कर से निकले एक दहशतगर्दी संगठन ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है। तो उन्होंने कहा कि जब मूल संगठन ही नहीं रहा तो ऑफशूट संगठन कहां से आता है।
भारतीय जवान को पाकिस्तान ने 48 घंटे बाद भी नहीं छोड़ा
पंजाब में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से पकड़े BSF जवान को पाकिस्तानी रेंजर्स ने 48 घंटे बाद भी नहीं छोड़ा। इसको लेकर बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स की मीटिंग भी बेनतीजा रही। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों में तनाव है। पाकिस्तानी रेंजर्स के रवैये को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। मीडिया से बातचीत करते हुए क्चस्स्न जवान पीके साहू के भाई श्यामसुंदर साहू ने केंद्र सरकार और बीएएएफ अधिकारियों से तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार उनकी सुरक्षित और तत्काल वापसी सुनिश्चित करे। पूरा परिवार बेहद चिंतित है। बुधवार को साहू गलती से फिरोजपुर में भारत-पाक बॉर्डर की जीरो लाइन क्रॉस कर गए थे। जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया। उनके हथियार छीन लिए और फिर आंख पर पट्टी बांधकर कैद की फोटो भी जारी की।