भोपाल में पुलिस स्मृति दिवस परेड, सीएम मोहन यादव ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया गया.इस मौके पर नए शहीद स्मारक पर कार्यक्रम हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे.

भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया गया.इस मौके पर नए शहीद स्मारक पर कार्यक्रम हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे. कार्यक्रम में DGP कैलाश मकवाना, SCS डॉ. राजेश राजौरा और पुलिस विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद रहे. कार्यक्रम में पुलिस के जवानों ने देश और प्रदेश के लिए शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और सलामी दी गई.
सीएम ने कहा-शहीद जवान हमें हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बीते एक साल में 11 पुलिस जवानों ने कर्तव्य निभाते हुए प्राणों का बलिदान दिया. यह हमारे लिए दुख का विषय है, लेकिन गर्व का भी कि उन्होंने देश और समाज के लिए अपने जीवन की आहुति दी.
सीएम ने कहा कि,
कर्तव्य की बलिबेदी पर प्राणों का उत्सर्ग करने वालों से हमें हमेशा प्रेरणा मिलती है. मध्य प्रदेश को शांति का टापू कहा जाता है और यह हमारी पुलिस की सतर्कता और समर्पण का ही परिणाम है.
सीएम ने सुनाए पुलिस के बहादुरी के किस्से
मुख्यमंत्री ने पुलिस की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा कि बीते साल 1.5 करोड़ के इनामी 10 नक्सलियों को मार गिराने में मध्य प्रदेश पुलिस ने अहम भूमिका निभाई. इसके अलावा जयपुर सीरियल ब्लास्ट के आरोपियों की गिरफ्तारी, आतंकियों पर कार्रवाई, और साइबर अपराध नियंत्रण जैसे कई मुद्दों पर उन्होंने पुलिस के काम को सराहा.
पुलिस अब समाज को शिक्षित भी कर रही है: CM
मुख्यमंत्री ने बताया कि आज की पुलिस सिर्फ सुरक्षा ही नहीं कर रही, बल्कि समाज को जागरूक भी कर रही है. गुड टच-बैड टच, बाल अधिकार, पोषण, स्वास्थ्य, और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर कम्युनिटी पुलिसिंग के ज़रिए लोगों को जानकारी दी जा रही है.
डिजिटल अपराधों से निपटने के लिए नई तकनीकों का सहारा
डिजिटल दौर में बढ़ते अपराधों से निपटने के लिए पुलिस साइबर सेल, डेटा एनालिसिस, जीपीएस ट्रैकिंग, और फॉरेंसिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है. सीएम ने कहा कि पुलिस आज हर संकट में लोगों का पहला भरोसा बन चुकी है. चाहे सड़क हादसा हो, आगजनी, महिला सुरक्षा या साइबर धोखाधड़ी.
DGP ने बताया – क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस
डीजीपी कैलाश मकवाना ने कहा कि हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस उन पुलिसकर्मियों की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने देश की आंतरिक सुरक्षा और अखंडता की रक्षा करते हुए बलिदान दिया. उन्होंने बताया कि 1959 में लद्दाख के हॉटस्प्रिंग इलाके में चीनी सेना से मुठभेड़ में CRPF के 10 जवान शहीद हुए थे. उसी दिन की याद में यह दिन मनाया जाता है.
65 साल में MP पुलिस के 1009 जवान शहीद
डीजीपी ने बताया कि 1959 से 2025 तक मध्य प्रदेश के कुल 1009 पुलिस जवान और अधिकारी शहीद हुए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस विभाग इन शहीदों के परिवारों की रक्षा और कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.