कांग्रेस विधायकों की ट्रेनिंग खजुराहो में, भाजपा विधायकों का शिविर उज्जैन में लगेगा

भोपाल | मार्च-अप्रैल में प्रस्तावित नगरीय निकाय चुनाव और 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी अपने विधायकों को ट्रेनिंग देने जा रही हैं। कांगेस ने अपने विधायकों की ट्रेनिंग करने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस अपने विधायकों को खजुराहो लेकर जाएगी। जबकि बीजेपी का कैंप 12-13 फरवरी को उज्जैन में लगेगा। पहले यह 13 व 14 फरवरी को पचमढ़ी में आयोजित किया जा रहा था, लेकिन होटल व रिसार्ट खाली नहीं होने के कारण इसे उज्जैन में करने का निर्णय गया है। 

हालांकि कांग्रेस ने तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी के नेता विधायकों को ट्रेनिंग देकर चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देंगे। विधायकों को सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर जनता के बीच जाने, निकाय चुनाव में एकजुट होकर लड़ने, किसानों और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने के विषयों पर ट्रेनिंग दी जाएगी। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि कांग्रेस में विधायकों के प्रशिक्षण की तैयारी चल रही है। फिलहाल तारीख तय नहीं है। जल्द ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ तारीख तय करेंगे।

खास बात यह है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ उनकी पूरी कार्यकारिणी भी इसमें मौजूद रहेगी। सत्ता और संगठन के बीच बेहतर समन्वय भी इस आयोजन की एक वजह है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि विधायकों की ट्रेनिंग के लिए 6 बिंदु तय किए गए हैं। इनमें विधानसभा सदन में विधायक की भूमिका और उनके अधिकार, मीडिया प्रबंधन, आपसी समन्वय, समय का प्रबंधन तथा पर्सनैलिटी डेवलपमेंट शामिल हैं। प्रशिक्षण सत्र में मुख्यमंत्री के अलावा सभी मंत्री दो दिन तक मौजूद रहेंगे।

नैतिक शिक्षा देने 13 फरवरी से उज्जैन में शुरू होगा शिविर

दूसरी तरफ बीजेपी का विधायकों को नैतिक शिक्षा और व्यक्तिगत प्रबंधन की शिक्षा देने के लिए उज्जैन में 13-14 फरवरी को 2 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर होने जा रहा है। इसमें 'मिशन 2023' (अगला विधानसभा चुनाव) की रणनीति और 22 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र में विधायकों की भूमिका तय करने पर फोकस रहेगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पहल पर बनाया गया है। दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में मिली हार से सबक लेते हुए मध्य प्रदेश बीजेपी अभी से अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गई है। इसके लिए भाजपा ऐसी रणनीति बना रही है, जिससे कि 2023 तक प्रदेश से कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया किया जा सके।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्रीय वित्त मंत्री ने केन्द्रीय बजट 2021-22 संसद में पेश किया है। बजट के बारे में आम लोगों को जानकारी देने तथा उसकी खूबियों से परिचित कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी आगामी 6-7 फरवरी से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने दिशा निर्देश जारी किए हैं।  प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार 6 एवं 7 फरवरी को राजधानी भोपाल में बुद्धिजीवी सम्मेलन, चेंबर आफ कॉमर्स औद्योगिक एवं व्यावसायिक क्षेत्र के संस्थानों के साथ चर्चा का कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाएंंगे।

इस दौरान बजट से प्रदेश को होने वाले लाभों पर चर्चा की जाएगी तथा प्रेजेंटेशन के माध्यम से बजट के विशेष बिंदुओं को दर्शाया जाएगा। सभी सांसद भी अपने-अपने क्षेत्रों में 6-7 एवं 13-14 फरवरी को बजट में की गई घोषणाओं को लेकर जानकारी देंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 13-14 फरवरी को सभी जिला केन्द्रों पर सामाजिक, बुद्धिजीवी एवं व्यावसायिक संगठनों के साथ सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। इसमें सांसद तथा अन्य जनप्रतिनिधि भाग लेंगे। अगले एक सप्ताह में राष्ट्रीय, प्रदेश एवं जिलों में पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री जी एवं केन्द्र सरकार के प्रति अभिनंदन का प्रस्ताव पारित किया जाएगा।