सतना बना कश्मीर: ठंड ने तोड़ा 8 साल का रिकार्ड, पारा 3.7 डिग्री पर

सतना | विदाई की ओर बढ़ रही ठंड के तल्ख तेवर जारी हैं। उसने गुरुवार को 8 साल पुराना रिकार्ड ध्वस्त कर दिया। 3.7 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ गुरुवार की सुबह प्रदेश में खजुराहो (3 डिग्री) के बाद सबसे सर्द सुबह में शामिल हो गई। बुधवार और दुरुवार की रात इतनी सर्द रही कि हर कोई यह कहने को मजबूर हो गया कि ‘बाप रे बाप, केतना जाड़ है’। गुरुवार सुबह से वातावरण में धुंध छाई रही। इक दो बार सूर्य ने बादलों की ओट से झांकने का प्रयास भी किया पर हर बार बादल उसे पीछे ढकेल देते।

पूरे दिन उत्तर की बर्फीली हवाएं कहर ढाती रहीं और लोक दोपहर में भी कांपने को मजबूर रहे। इस दौरान गर्म कपड़ों से भीू उन्हें राहत नहीं मिली। पूरे दिन शीत लहर के साथ अधिकतम तापमान भी गिरकर 19 डिग्री पर रहा। सीजन में यह दूसरा सबसे ठंडा दिन रहा। इसके पहले 16 दिसंबर को अधिकतम तापमान 18.3 डिग्री दर्ज हो चुका है। हालांकि आसमान में बादलों का घेरा बढ़ रहा है इससे शुक्रवार की शाम तक हवा की दिशा बदलने और ठंड के तेवर में कुछ नरमी आने की संभावना देखी जा रही है। 

7 जनवरी 13 के बाद सबसे सर्द
जनवरी का महीना बीतने को है और ठंड की विदाई का समय भी नजदीक पहुंच गया है पर उसके तेवर है कि लगाता तीखे बने हुए हैं। लगातार उत्तर की सर्द हवाएं चलने से सतना सहित पूरे प्रदेश में ठंड बरकरार है। इसी क्रम में गुरुवार को सतना में लगातार दूसरे दिन भी कोल्ड डे रहा। इसके पहले रात 8 साल बाद काफी सर्द रही। इसके पहले 7 जनवरी 2013 में सतना का नूनतम तापमान 0.4 डिग्री दर्ज हो चुका है। गुरुवार को यह 3.7 डिग्री रहा जबकि इस दौरान पड़ोसी खजुराहों में यह सिर्फ 3 डिग्री दर्ज हुआ।

स्थानीय मौसम केन्द्र प्रभारी आरके श्रीवास्तव नें गुरुवार की सुबह को खजुराहो के बाद प्रदेश में सबसे ठंडी सुबह बताया है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान पिछले सुबह के 6.4 डिग्री के मुकाबले 2.7 डिग्री कम और सामान्य से साढ़े 6 डिग्री कम रहा। इसी तरह अधिकतम तापमान भी पिछले दिन 20,9 डिग्री के मुकाबले डेढ़ तथा सामान्य से साढ़े 6 डिग्री कम रहा। पिछले तीन-चार दिनों से पड़ रही ठंड से रात को मजबूरी में घर से बाहर रहने वालों को तो काफी परेशानी हो ही रही है जानवरों और पक्षियों की भी जान खतरे में है। फसलों को भी पाला मार जाने का खतरा देखा जा रहा है।