लड़की ने फीलिंग से किया खिलवाड़, तो मैनेजर ने लगा ली फांसी; सुसाइड नोट में लिखा- सॉरी पापा…
मध्य प्रदेश के सतना शहर में फाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, मृतक ने एक सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार एक लड़की को बताया
सतना शहर में एक फाइनेंस कंपनी में मैनेजर के रूप में काम कर रहे युवक ने अपने ही ऑफिस में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार एक लड़की को बताया है। इस नोट में कई भावुक बातें लिखी हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शख्स लंबे समय से मानसिक और भावनात्मक तनाव से गुजर रहा था।
दोपहर 2 बजे चेंबर में गए, शाम तक दरवाजा नहीं खोला
26 वर्षीय शिवमोहन सिंह मूल रूप से रीवा जिले के देवतालाब के सगरा गांव के रहने वाला था। पिछले एक साल से वह ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में संचालित आदित्य फाइनेंशियल एंटरप्राइजेज कंपनी की ब्रांच संभाल रहा था। सोमवार दोपहर करीब 2 बजे शिवमोहन अपने चेंबर में काम करने के लिए गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। यह उसकी रोज की दिनचर्या थी, इसलिए कर्मचारियों को पहले कोई शक नहीं हुआ।
लेकिन शाम तक जब वह बाहर नहीं आया और मोबाइल फोन भी बंद मिला, तो कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई। उन्होंने बार-बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद कर्मचारियों ने पास में ही रहने वाले उसके मामा को बुलाया। मामा के आने पर दरवाजा तोड़ा गया तो सभी के होश उड़ गए। शिवमोहन मफलर से बने फंदे पर लटका हुआ था। इसके तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। कोलगवां थाना पुलिस मौके पर पहुंची, शव को नीचे उतारा गया और पंचनामा तैयार करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
सुसाइड नोट में पिता से माफी और लड़की पर आरोप
शिवमोहन ने बेहद संवेदनशील और दर्द से भरा सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने अपने पिता से माफी मांगी।
“सॉरी पापा, मैं आपका अच्छा बेटा नहीं बन पाया। लड़की ने मेरी फीलिंग्स के साथ खिलवाड़ किया है। उसकी वजह से मैं कुछ सोच नहीं पा रहा हूं।”

उसने यह भी लिखा कि वह अकेलेपन की वजह से शराब पीने लगे थे और मानसिक तौर पर बहुत परेशान थे। उसने नोट में उस लड़की का नाम भी लिखा, जिसे अपनी परेशानी का कारण बताया है। नोट में लड़की के लिए कुछ कड़े शब्द भी लिखे गए हैं, जिससे अंदाजा लगता है कि रिश्ता टूटने या धोखे ने उन्हें गहरी चोट पहुंचाई थी।
शिवमोहन के चाचा ने बताया कि उसने कभी नहीं बताया कि उसे किसी लड़की से समस्या है। घर में न तो पैसों की दिक्कत थी और न ही कोई विवाद।
अंग दान करने की इच्छा जताई
सुसाइड नोट में एक और चौंकाने वाली बात का जिक्र है। उन्होंने लिखा— “गोलू की स्कूटी गिरवी रख दी है। इसके बारे में लड़की से पूछ लेना, वह बताएगी।” यह बात भी दर्शाती है कि शायद वह निजी तनाव में गलत फैसले ले रहे थे।
नोट में एक जगह उसने अपनी पत्नी का जिक्र करते हुए लिखा— “स्वाति की दूसरी शादी करा देना।”
वहीं, अपने अंतिम संदेश में उन्होंने परिवार से कहा— “मेरी मौत के बाद जो भी अंग काम आ सकते हैं, उन्हें दान कर देना।”
पुलिस ने जांच शुरू की
जानकारी के मुताबिक, फाइनेंस कंपनी में पिछले कुछ समय से स्टाफ की कमी हो गई थी। कई कर्मचारी नौकरी छोड़ गए थे, इसलिए पूरी ब्रांच की जिम्मेदारी अकेले शिवमोहन पर थी। वह सतना में किराए के कमरे में अकेले रहता था, जबकि उसका परिवार रीवा में रहता है। पुलिस का मानना है कि अकेलापन और भावनात्मक उलझनें उनकी मानसिक स्थिति पर असर डाल रही थीं।
कोलगवां थाना प्रभारी सुदीप सोनी के अनुसार, सुसाइड नोट को सुरक्षित रखकर उसकी गहन जांच की जा रही है। परिवार के बयान लिए गए हैं। नोट में जिस लड़की का नाम और मोबाइल नंबर लिखा है, उसके आधार पर पुलिस आगे की पूछताछ करेगी।
Varsha Shrivastava 
