300 फ्लाइट्स कैंसिल: तीसरे दिन भी इंडिगो में क्रू संकट जारी, देशभर में कई एयरपोर्ट्स पर हजारों यात्री परेशान
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो में लगातार तीसरे दिन क्रू की कमी के कारण कई बड़े एयरपोर्ट्स पर फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं। देश भर में 300 से अधिक उड़ानें रद्द हुई है।
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो पिछले तीन दिनों से क्रू संकट से जूझ रही है। इससे देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर फ्लाइट्स कैंसिल और लेट होने का सिलसिला लगातार जारी है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे शहरों में यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली, मुंबई सहित 10 से ज्यादा एयरपोर्ट में इंडिगो की 300 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं।
300 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल
दिल्ली के टर्मिनल पर गुरुवार सुबह से ही लंबी कतारें लग गईं और कई यात्रियों ने पूरी रात एयरपोर्ट पर ही बिताई। दिल्ली में अब तक इंडिगो की कुल 95 उड़ानें रद्द हुई है। इनमें 48 दिल्ली से जाने और 47 आने वाली घरेलू और इंटरनेशनल फ्लाइट्स थीं।
मुंबई में 86 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं, जबकि बेंगलुरु में 50 फ्लाइट्स रद्द की गई हैं। हैदराबाद में लगभग 70 उड़ानें रद्द हुई हैं। जयपुर एयरपोर्ट पर 4 फ्लाइट्स रद्द की गई हैं। इंदौर में 3 उड़ानें रद्द हुई हैं। सूत्र के मुताबिक, शाम तक रद्द होने वाली उड़ानों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
कहां-कहां कितनी फ्लाइट कैंसिल हुई?
- बेंगलुरु: 50
- दिल्ली: 95
- मुंबई: 86
- अहमदाबाद: 25
- हैदराबाद: 70
- इंदौर: 11
- कोलकाता: 10
- सूरत: 8
सैकड़ों फ्लाइट्स घंटों की देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं। इससे पहले मंगलवार और बुधवार को भी 200 से अधिक इंडिगो उड़ानें रद्द हुई थीं।
48 घंटों में हालात सामान्य होंगे- इंडिगो
इंडिगो ने बुधवार को एक बयान जारी कर यात्रियों से माफी मांगी और कहा कि 5 दिसंबर तक स्थिति सामान्य हो जाएगी। एयरलाइन कंपनी ने बताया कि तकनीकी समस्याएं, सर्दियों के कारण शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, नेटवर्क स्लो होने और नए नियमों के कारण रोस्टरिंग में दिक्कत। इन सबका संयुक्त असर फ्लाइट ऑपरेशन पर पड़ा है।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
- एयरपोर्ट जल्दी पहुंचें, क्योंकि चेक-इन और सुरक्षा जांच में ज्यादा समय लग रहा है।
- फ्लाइट का लाइव स्टेटस ऐप/वेबसाइट पर जरूर चेक करें, क्योंकि SMS/Email अपडेट कई बार नहीं आ रहे।
- फ्लाइट रद्द होने पर यात्रियों को फुल रिफंड, अगली फ्लाइट में रीबुकिंग या वाउचर का विकल्प मिलता है
- कनेक्टिंग फ्लाइट वाले यात्री मिस्ड कनेक्शन के लिए एयरलाइन से तुरंत री-रूटिंग का अनुरोध करें।
DGCA ने इंडिगो से मांगा जवाब
DGCA ने इंडिगो से रिपोर्ट मांगी है कि इतने बड़े पैमाने पर उड़ानें क्यों प्रभावित हो रही हैं और वह इस समस्या से कैसे निपटेगी? DGCA ने बताया कि नवंबर में अकेले इंडिगो ने 1,232 उड़ानें रद्द कीं, जिनमें से 755 FDTL नियमों और क्रू की कमी के कारण थीं।
एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPA) ने भी कहा है कि यह स्थिति इंडिगो की कमजोर प्लानिंग को दर्शाती है। उनका दावा है कि लगातार फ्लाइट्स कैंसिल करके एयरलाइन शायद DGCA पर दबाव भी बना रही हो।
इंडिगो क्यों फंस गया संकट में?
इंडिगो रोजाना करीब 2,300 उड़ानें ऑपरेट करता है और उसके पास 434 विमान, 5,456 पायलट और 10,212 केबिन क्रू हैं। देश की 60% घरेलू उड़ानें अकेले इंडिगो ही संचालित करता है। इतने बड़े नेटवर्क में क्रू की कमी का असर तुरंत दिखाई देता है।
एयरलाइन का कहना है कि इसकी सबसे बड़ी वजह DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) द्वारा लागू किए गए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियम हैं।
अब जानें FDTL में क्या बदला है?
1 नवंबर से लागू हुए दूसरे चरण के नियमों के बाद पायलटों और क्रू के काम के घंटे तय कर दिए गए हैं।
- पायलट रोजाना 8 घंटे से ज्यादा उड़ान नहीं भर सकते।
- नाइट लैंडिंग घटाकर 6 से 2 कर दी गई है।
- क्रू के लिए 24 घंटे में 10 घंटे विश्राम अनिवार्य किया गया है।
इन बदलावों से इंडिगो को अचानक ज्यादा क्रू की जरूरत पड़ने लगी, जो उसके पास पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं था।
Varsha Shrivastava 
