भारत दौरे पर J.D. Vance, टैरिफ और व्यापार पर अहम चर्चा | India News

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस अपने परिवार के साथ भारत दौरे पर हैं। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका ग्लोबल टैरिफ वॉर में है। भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों को लेकर कई बड़े फैसलों की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की तैयारी है। साथ ही वीजा, निवेश और टैरिफ में राहत जैसे मुद्दों पर भी बातचीत हो सकती है।

भारत दौरे पर अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस: व्यापार, टैरिफ और रणनीतिक साझेदारी पर महत्वपूर्ण बातचीत

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस इन दिनों अपने परिवार के साथ भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। यह दौरा उस समय हो रहा है जब अमेरिका वैश्विक टैरिफ युद्ध के बीच अपनी आर्थिक रणनीति को नए सिरे से संवारने में जुटा है। इस यात्रा को भारत-अमेरिका संबंधों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है, खासतौर पर व्यापार, निवेश और रणनीतिक साझेदारी के संदर्भ में।

दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में बातचीत तेज़ हो गई है। इस समझौते से जहां व्यापार में स्थायित्व आएगा, वहीं विभिन्न क्षेत्रों—जैसे कृषि, तकनीक, रक्षा, और फार्मा—में सहयोग बढ़ने की उम्मीद है। टैरिफ से जुड़ी बाधाओं को कम करने, निवेश में सहूलियत लाने और उद्यमों को नया बाजार मुहैया कराने पर चर्चा हो रही है।

इस दौरान वीजा नीतियों में सुधार, विशेषकर H-1B जैसे वर्क वीजा को लेकर लचीलापन लाने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स को अमेरिकी कंपनियों में अवसर मिल सकें। इसके अलावा, दोनों देशों के निजी क्षेत्रों के बीच टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और ग्रीन एनर्जी जैसे भविष्य के क्षेत्रों में सहयोग की संभावना को भी इस दौरे में बल मिल सकता है।

भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता यह सामरिक और आर्थिक गठजोड़, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में संतुलन बनाने के लिहाज से भी वैश्विक स्तर पर खासा मायने रखता है।

जे.डी. वेंस की यह यात्रा इस बात का संकेत है कि दोनों देश अब केवल रणनीतिक साझेदार नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक सहयोगी की भूमिका निभाने को तैयार हैं। आने वाले दिनों में इस मुलाकात से जुड़े कई बड़े निर्णय और घोषणाएं हो सकती हैं, जिनका असर दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं और जनता पर प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देगा।