स्वास्थ्य विभाग की नियुक्तियों में भ्रष्टाचार | Khari Khari With Mrigendra Singh
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के नाम पर की जा रही नियुक्तियों में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार सामने आया है।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के नाम पर की जा रही नियुक्तियों में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार सामने आया है। हाल ही में हुई स्वास्थ्य विभाग की भर्तियों में फर्जी दस्तावेजों, सिफारिशों और अनियमित प्रक्रियाओं का इस्तेमाल कर अयोग्य उम्मीदवारों को नियुक्ति देने का मामला उजागर हुआ है। जांच में सामने आया है कि चयन प्रक्रिया के दौरान नियमों की अनदेखी की गई, इंटरव्यू में पारदर्शिता नहीं बरती गई और कुछ अधिकारियों ने आर्थिक लाभ के लिए पदों की बिक्री तक की।
सूत्रों के अनुसार, कई जिलों में संविदा और स्थायी पदों पर हुई नियुक्तियों में रिश्वत का खेल चला, जिससे योग्य और ईमानदार अभ्यर्थी बाहर रह गए। इस घोटाले के कारण न केवल विभाग की साख पर सवाल खड़े हो गए हैं, बल्कि आम जनता के स्वास्थ्य सेवाओं पर भी इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है।
वर्तमान में मामला जांच के अधीन है और सरकार ने उच्चस्तरीय समिति गठित कर दी है, जो नियुक्ति प्रक्रिया की निष्पक्षता की समीक्षा करेगी। साथ ही दोषी अधिकारियों और बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही गई है।
इस प्रकरण ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब तक सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित नहीं होती, तब तक योग्य उम्मीदवारों को उनका हक नहीं मिल पाएगा और जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं नहीं मिल सकेंगी।