PHI कार्यपालन यंत्री की डिग्री पर उठे सवाल, दो माह से ढूंढी जा रही इंजीनियरिंग की अंकसूची
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग में पदस्थ कार्यपालन यंत्री संजय पांडेय की इंजीनियरिंग डिग्री को लेकर विभागीय स्तर पर संशय की स्थिति बनी हुई है। मऊगंज में पदस्थ पांडेय की शैक्षणिक योग्यता का सत्यापन बीते दो महीने से लंबित है। प्रमुख अभियंता कार्यालय, अधीक्षण यंत्री और ईएनसी कार्यालय भोपाल द्वारा लगातार पत्राचार के बावजूद पांडेय अब तक अपने शैक्षणिक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं।

रीवा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) में कार्यपालन यंत्री के पद पर तैनात एक कार्यपालनयंत्री की शैक्षणिक योग्यता को लेकर इन दिनों विभागीय गलियारों में गहमागहमी का माहौल है। मऊगंज में पदस्थ कार्यपालन यंत्री संजय पांडेय की इंजीनियरिंग डिग्री का सत्यापन फिलहाल सवालों के घेरे में है।
प्रमुख अभियंता कार्यालय से लेकर अधीक्षण यंत्री और यहां तक कि ईएनसी कार्यालय भोपाल तक इस मुद्दे को लेकर लगातार पत्राचार किया जा रहा है, लेकिन पांडेय की मूल डिग्री अब तक सामने नहीं आई है.
जानकारी के अनुसार, प्रमुख अभियंता संजय अंधवान ने 14 जुलाई को संजय पांडेय को पत्र भेजकर उनके द्वारा नियुक्ति के समय प्रस्तुत किए गए समस्त शैक्षणिक दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां मांगी थीं। उन्हें 18 जुलाई तक सभी दस्तावेज जमा करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन तय समयसीमा निकल जाने के बावजूद संबंधित कार्यालय को कोई दस्तावेज प्राप्त नहीं हुए।
वही 19 जुलाई को जबलपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता कार्यालय से भी एक रिमाइंडर जारी हुआ, जिसमें कार्यपालन यंत्री से तत्काल दस्तावेज जमा करने को कहा गया। इसके बावजूद अब तक कोई ठोस जानकारी या दस्तावेज विभाग को नहीं मिले हैं।
बताया जा रहा है कि यह पत्राचार 14 मई से चल रहा है, लेकिन लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी संजय पांडेय की डिग्री और अंकसूचियाँ अधर में लटकी हुई हैं।
रीवा में ठेका कंपनी से जुड़े विवाद के बाद बढ़ी संवेदनशीलता
बता दे संजय पांडेय जल जीवन मिशन में एक ठेका कंपनी को अनुचित लाभ पहुंचाने के आरोपों के बाद चर्चा में आए थे। इसी के बाद उन्हें रीवा से स्थानांतरित कर मऊगंज भेजा गया, लेकिन रीवा मंडल का अतिरिक्त
प्रभार अब भी उनके पास ही है।
विधानसभा सचिवालय ने भी मांगी रिपोर्ट
इस मामले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय ने भी पीएचई विभाग से इस संबंध में जानकारी तलब की है। एक तारांकित प्रश्न के तहत मंत्री से पूछे गए सवालों के जवाब में, विभाग को 23 जुलाई तक संजय पांडेय की शैक्षणिक योग्यता और सेवा संबंधी विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश मिला है।