ढाई माह के बच्चे का मुंह दबाकर उसकी मां ने ली जान, 2 साल 5 माह बाद हुआ खुलासा
एफएसल रिपोर्ट व आडियो के आधार पर मनगवां पुलिस ने आरोपी मॉ को किया गिरफ्तार

रीवा। जिले मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर मनगवां थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मां ने अपने ही ढाई महीने के बच्चे की हत्या कर दी। शुरुआती तौर पर यह मौत सामान्य प्रतीत हुई थी, लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एफएसएल जांच और एक अहम ऑडियो क्लिप सामने आई, तो पूरा मामला पलट गया। पुलिस ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मनगवां थाना पुलिस को जनवरी 2023 में एक नवजात की मौत की सूचना मिली थी। बच्चे के पिता प्रकाश गुप्ता ने इस मौत पर संदेह जताते हुए अपनी पत्नी प्रिया गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। प्रकाश का आरोप था कि उनकी पत्नी ने आपसी विवाद के चलते अपने बेटे की जान ले ली।पुलिस ने इस मामले में शुरुआत में संदेह के आधार पर जांच शुरू की, लेकिन ठोस सबूत न मिलने के कारण केस ठंडे बस्ते में चला गया।
बाद में, जब आरोपी महिला और उसके पति के बीच हुई एक पुरानी बातचीत की ऑडियो क्लिप पुलिस के हाथ लगी, तो जांच को नई दिशा मिली। इस केस की जांच में अहम मोड़ तब आया, जब भोपाल लैब से आई फॉरेंसिक रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि बच्चे की मौत दम घुटने से हुई थी। यह जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी मेल खा रही थी। इसके साथ ही पति-पत्नी के बीच की वह ऑडियो क्लिप सामने आई, जिसमें आरोपी महिला ने अप्रत्यक्ष रूप से घटना का ज़िक्र किया था। पुलिस ने जब सभी तकनीकी व वैज्ञानिक साक्ष्यों को मिलाकर विश्लेषण किया, तो शक यकीन में बदल गया।
घटना वाले दिन महिला का अपने देवर से विवाद हुआ था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गई थी। बताया जा रहा है कि उस रात पति से भी उसकी फोन पर कहासुनी हुई थी। गुस्से और तनाव में आकर उसने मासूम बेटे लक्ष्य (उर्फ धैर्य) को बिस्तर पर सुलाते वक्त मुंह दबाकर उसकी जान ले ली। महिला ने पूछताछ में माना कि घटना वाले दिन वह पूरी रात सो नहीं पाई थी और गुस्से में थी। बच्चे ने दूध उल्टी किया, जिसके बाद उसे गुस्सा आ गया और उसने क्रोध में आकर बच्चे की जान ले ली।
वारदात के बाद किया मासूम को सुला देने का नाटक
हत्या के बाद महिला ने बच्चे के शव को अपने बगल में लिटाकर उसे ऐसे ढका जैसे वह सामान्य रूप से सो रहा हो। अगली सुबह उसने खुद को सामान्य दिखाने की कोशिश की, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और ऑडियो साक्ष्य ने सारी कहानी उजागर कर दी। पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर 6 जुलाई को आरोपी प्रिया गुप्ता को गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।