मऊगंज जनपद में 43 लाख के फर्जी भुगतान का मामला पकड़ा तूल
अध्यक्ष सहित जनपद सदस्य हुए लामबंद, कार्यवाही हेतु कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

राजेंद्र पयासी-मऊगंज
जिले के जनपद पंचायत मऊगंज में हुए 43 लाख रुपए के फर्जी भुगतान का मामला तूल पकड़ चुका है, तथाकथित फर्जी भुगतान के मामले में न केवल जनपद अध्यक्ष सहित जनपद सदस्य पूर्ण रूपेण लामबंद हो गए हैं बल्कि युक्त फर्जी भुगतान का मामला कलेक्टर मऊगंज संजय कुमार जैन के संज्ञान में पहुंच चुका है।
फर्जी भुगतान मामले को लेकर जनपद अध्यक्ष नीलम सिंह, उपाध्यक्ष राजेश पटेल, जनपद सदस्य शेख मुख्तार सिद्दीकी, नरेंद्र तिवारी 'कवि', समय लाल कोल, राकेश विश्वकर्मा, गिरिजा प्रसाद साकेत समेत कई जनपद सदस्यों ने मंगलवार को मऊगंज कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों विधि संगत वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की।
कलेक्टर को दिए गए शिकायती आवेदन में जनपद सदस्यों ने आरोप लगाया है कि जनपद पंचायत मऊगंज में पदस्थ प्रभारी पीसीओ, प्रभारी बीपीओ एवं प्रशासनिक सीईओ राम कुशल मिश्रा एवं प्रभारी सीओ ए बी खरे की मिलीभगत से लगभग 43 लाख रुपए का फर्जी भुगतान किया गया है।
फर्जी तौर से भुगतान करने का आरोप
मऊगंज जनपद में हुए कथित फर्जी भुगतान के मामले में जनप्रतिनिधियों द्वारा आरोप लगाया गया हैं कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लंच पैकेट वितरण के लिए जारी किए गए टेंडर में जिस एजेंसी को भुगतान होना था, उसकी जगह एमकेएस नामक संस्था के खाते में 20,21,915 रुपए का फर्जी भुगतान किया गया। यह भी आरोप लगाया गया है कि उक्त भुगतान प्रशासनिक सीईओ राम कुशल मिश्रा द्वारा कराया गया। इसी तरह प्रदीप इंटरप्राइजेज को 9,43,580 रुपए तथा अन्य कई एजेंसियों को भी अनियमित और फर्जी तरीके से भुगतान करने का आरोप लगाया गया है। जनपद पंचायत मऊगंज कि जनपद अध्यक्ष सहित जनपद सदस्यों ने कलेक्टर संजय कुमार जैन को सात बिंदुओं की जांच एवं कार्यवाही हेतु मांग पत्र सौंपा गया जिसमें न सिर्फ दोषियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की गई, बल्कि फर्जी तौर से भुगतान की गई राशि के वसूली और भविष्य में ऐसी अनियमितताओं को रोकने की ठोस कार्यवाही हेतु मां की गई।
इस दौरान कलेक्टर श्री जैन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जनपद सदस्यों को आश्वस्त किया कि पूरे प्रकरण की निष्पक्षता के साथ जांच कराई जाएगी।कलेक्टर द्वारा फर्जी भुगतान संबंधी पूरे मामले की जांच जिला पंचायत रीवा के सीईओ से कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं। उधर मऊगंज जनपद में हुए तथा कथित भ्रष्टाचार का मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है।