भिंड कलेक्टर ने पेश की मिसाल – अनाथ बेटी का किया कन्यादान
भिंड के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए लहार की अनाथ बेटी वर्षा दोहरे का कन्यादान किया। बचपन में माता-पिता और हाल ही में भाई को खो चुकी वर्षा की शादी के लिए कलेक्टर ने खुद आगे आकर उसे अपना परिवार बना लिया। 5 मई को उन्होंने अपनी पत्नी संग शादी में शामिल होकर यह साबित कर दिया कि प्रशासन सिर्फ फाइलों तक नहीं, भावनाओं तक भी पहुंचता है।

भिण्ड। "कहते हैं प्रशासनिक अफसर सिर्फ फाइलों तक सीमित होते हैं... लेकिन भिंड के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने वो कर दिखाया जो पूरे समाज के लिए मिसाल बन गया। लहार की एक अनाथ बेटी का न सिर्फ कन्यादान किया, बल्कि उसे अपना परिवार भी बना लिया।"
"वर्षा दोहरे, लहार निवासी एक ऐसी बेटी, जिसने बचपन में माता-पिता को खो दिया। उसका एकमात्र सहारा था उसका भाई, जिसने उसकी शादी तय की थी। लेकिन शादी से कुछ दिन पहले ही ट्रैक्टर हादसे में भाई की भी मौत हो गई।" "यह खबर जब भिंड के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को मिली, तो उन्होंने इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश की जो काबिले तारीफ है। उन्होंने खुद वर्षा के कन्यादान का निर्णय लिया, और 5 मई को अपनी पत्नी के साथ लहार आकर बेटी की शादी में शामिल हुए।जब एक प्रशासनिक अधिकारी सिर्फ जिम्मेदारी ही नहीं, रिश्तों को भी निभाता है... तो ऐसा दृश्य सामने आता है जो दिल छू लेता है। भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने दिखाया कि संवेदनशीलता और इंसानियत का दूसरा नाम भी प्रशासन हो सकता है।"