15 लाख की टैक्स चोरी उजागर, साढ़े 10 लाख किए सरेण्डर
रीवा | जिले के नईगढ़ी तहसील अंतर्गत गढ़ स्थित जायसवाल ट्रेडर्स पर जीएसटी की टीम ने छापामार कार्रवाई कर 15 लाख रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी का खुलासा किया है। गुरुवार की सुबह द्विवेदी ढावा के सामने गढ़ स्थित जायसवाल ट्रेडर्स पर जैसे ही जीएसटी की 14 सदस्यीय टीम पहुंची, वहां पर हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई। फर्म संचालक राजकुमार जायसवाल द्वारा ग्राम पंचायतों में निर्माण सामग्रियों की सप्लाई की जाती थी। जबकि उसके द्वारा जीएसटी की राशि नहीं जमा की गई थी। बताया गया है कि जायसवाल ट्रेडर्स द्वारा ग्राम पंचायतों को ढाई करोड़ रुपए की सामग्री सप्लाई करना दस्तावेजों में पाया गया है। इस स्थिति में जीएसटी का टैक्स 15 लाख रुपए से ज्यादा का होता है जो जायसवाल द्वारा नहीं जमा किया गया है। ऐसी स्थिति में गढ़ पहुंची जीएसटी की टीम ने दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं एवं फर्म को सीज कर दिया गया है।
10 लाख का दिया चेक, जमा किया 50 हजार
जायसवाल ट्रेडर्स के संचालक राजकुमार जायसवाल ने जीएसटी टीम द्वारा की गई छापामार कार्रवाई के बाद 15 लाख रुपए की कर चोरी उजागर की है। ऐसे में फर्म संचालक ने 50 हजार रुपए चालान के माध्यम से जमा किए हैं जबकि 10 लाख रुपए का उनके द्वारा चेक दिया गया है। राज्य कर आयुक्त पियूष तिवारी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में बकाया कर की राशि जमा करने के लिए 8 फरवरी तक की मोहलत दी गई है। तब तक के लिए फर्म को सीज कर दिया गया है।
इनकम टैक्स डिफाल्टर था संचालक
गढ़ स्थित जिस जायसवाल ट्रेडर्स पर जीएसटी ने छापाामार कार्रवाई की है उसके संचालक राजकुमार जायसवाल द्वारा अभी तक इनकम टैक्स रिटर्न ही नहीं भरा गया है। ताज्जुब की बात यह है कि करोड़ों रुपए का कारोबार करने वाले संचालक का इनकम टैक्स डिफाल्टर हो जाना उनकी गतिविधियों को संदिग्ध बना देता है।
टीम में ये रहे मौजूद
पियूष तिवारी राज्य कर आयुक्त, दिलीप सिंह एसटीओ, श्रीमती गरिमा शुक्ला एसटीओ, शैलेन्द्र पाण्डेय टीए, सचिन जायसवाल टीए, विकास सिंह बघेल एसटीआई, प्रसून मिश्रा एसटीआई, वहीं सहयोगी सदस्य के रूप में उमेश साकेत, वीरेश पटेल, विजयशंकर शुक्ला, ओमकार मिश्रा, नरेन्द्र मिश्रा, प्रेमलाल गुप्ता, बृजवासी पटेल, गंगादीन वर्मा प्रधान आरक्षक तथा नीतेश कुमार आरक्षक शामिल रहे।